भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा बोले- विपक्षी पार्टियां देश के किसानों को गुमराह कर रहीं

हरिभूमि न्यूज : महम
हाल ही में लाए गए तीन कृषि कानून किसानों के हित में हैं। आज के युग में मात्रा की बजाए गुणवत्ता की आवश्यकता है। किसानों के लिए कृषि पर आधारित बनाए गए तीन कानूनों पर विपक्षी पार्टियां देश के भोले-भाले किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। विशेष कर कांग्रेस व वामपंथी दल इसमें शामिल हैं। ये बात भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने शनिवार को महम में उनके निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों की सही स्थिति का ज्ञान नहीं हैं।
राज्य सभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि किसानों के लिए बनाए गए कानून किसान के लिए क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी। किसानों पर बनाए गए कानून से एमएसपी कहीं खत्म नहीं होगा। सरकार ने रबी की फसल के लिए अभी से एमएसपी की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि मंडियों की व्यवस्था ज्यों की त्यों रहेगी। उन्होंने कुछ छोटे देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि जहां अंगूर पैदा होता है। अंगूर से शराब बनाकर वह पूरी दूनिया में छाया हुआ है। नीदरलैंड फूलों के कारोबार से अपनी पहचान बनाए हुए है।
फसलों की पहचान अंतरराष्ट्रीय की होगी
सांसद जांगड़ा ने कहा कि देश में लाखों क्विंटल अनाज गोदामों में सड़ रहा है। इससे देश की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है। यदि किसान आधुनिक खेती को अपनाता है तो उसकी आय निश्चित ही दोगुनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि उनके देश में पैदा की जाने वाली फसलों की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए आधुनिक बीजों व औजारों से फसल की गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा। किसान आर्गेनिक खेती करके अच्छे दाम कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम देश में एक ही प्रकार की फसल उगाते रहेंगे तो हम अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत नहीं कर पाएंगे।
फसलों की बढ़ेगी कीमत
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि यदि कृषि से पैदा किए जाने वाली चीजों की गुणवत्ता सही होगी तो उसकी कीमत बढ़ जाएगी। किसान उसे देश में ऐसी जगह बेच सकता है जहां उसे अच्छा रेट मिलता है। कृषि कानूनों को लेकर किसानों को सिर्फ भ्रमित किया जा रहा है। जांगडा ने कहा कि किसानों का एमएसपी खत्म नहीं होगा। उन्होंने बताया कि एग्रीकल्चर प्रोडेक्ट मार्केट कमेटी के कानून इसी तरह चलते रहेंगे। उन्होंने किसानों से विपक्षी दलों के बहकावे में न आकर समय पर खेत में कार्य करके अच्छी फसल पैदा करने में समय लगाने की अपील की।
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