Bseh 10th Result : 10वीं कक्षा में 9 विद्यार्थी टॉप थ्री में, कोई बनना चाहता है IAS तो किसी को करनी है लोगों की सेवा, यहां पढ़ें सफलता की कहानी

हरियाणा विद्यालय विद्यालय शिक्षा बोर्ड की मार्च-2022 में संचालित हुई सेकेण्डरी परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा में 3,26,487 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 2,38,932 उत्तीर्ण हुए एवं 19,679 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी हैं। इस परीक्षा में 1,76,168 छात्र बैठे थे, जिनमें 1,24,303 पास हुए तथा 1,50,319 प्रविष्ठ छात्राओं में से 1,14,629 पास हुई।
यह रहे टॉपर
अमिशा ( प्रथम ) : ईशरवाल पब्लिक स्कूल, ईशरवाल, भिवानी 499 अंक
सुनैना ( द्वितीय ) : प्रज्ञा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, भांडवा, चरखी दादरी 497 अंक
खुशी ( द्वितीय ) : गीता विद्या मन्दिर हाई स्कूल, उचाना मंडी जींद 497 अंक
मंजु ( द्वितीय ) : सैनिक पब्लिक हाई स्कूल, सिशमोर कैथल 497 अंक
सुहानी ( तृतीय ) : लखी राम मैमोरियल पब्लिक हाई स्कूल, हलालपुर, सोनीपत 496 अंक
रीना ( तृतीय ) : डीसीएम सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, बिठमडा, हिसार 496 अंक
लवकुश ( तृतीय ) : बाबा उद्दल देव पब्लिक स्कूल, मदनहेड़ी, हिसार 496 अंक
हिमांशी ( तृतीय ) : कैप्टन आर सी सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, शिव नगर, हिसार 496 अंक
हिमानी ( तृतीय ) : केशव शिक्षा निकेतन सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, मंढाना, भिवानी 496 अंक
रोडवेज कंडक्टर की बेटी 10वीं में टॉपर
भिवानी। दसवीं के नतीजों में गांव मंढाण की बेटी ने पांच सौ में 499 अंक हासिल करके शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ दिया। प्रदेशभर में पहले स्थान पर रहने वाली अमिशा ने कहा कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करने की योजना तय की है। उन्होंने बताया कि वे जेई एंडवास का टेस्ट क्लीयर करके आईआईटी से इंजीनियरिंग करेगी। इसके लिए उन्होंने अभी से योजना तय की है। प्रदेशभर में पहला स्थान हासिल करने वाली अमिशा ने बताया कि उनके पिता वेदप्रकाश हरियाणा रोडवेज में कंडक्टर के पद पर नियुक्त है और माता सुनीता गृहणी है। जो उनको मंजिल मिली है। उसके लिए उन्होंने अपनी माता सुनीता व पिता वेदप्रकाश को दिया। उन्होंने माता-पिता व गुरुजनों के सहयोग से ही उन्होंने प्रदेशभर में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
आईएएस बनना चाहती है जींद की खुशी
उचाना ( जींद ) : हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में उचाना मंडी की खुशी पुत्री अनिल जैन ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। गीता विद्या मंदिर स्कूल की छात्रा खुशी ने 497 अंक प्राप्त किए। हरियाणा में दूसरा स्थान आने की जानकारी जैसे ही खुशी के परिजनों को मिली तो उनका खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खुशी ने बताया कि उसका सपना आईएएस बनने का है। पिता अनिल जैन, माता पुष्पा जैन के अलावा स्कूल स्टॉफ को पूरा श्रेय देती है। हरियाणा शिक्षा बोर्ड से सूचना मिली तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। पूरे हरियाणा में प्रथम आने की उम्मीद थी लेकिन दो अंकों से वो चूक गई। किसी तरह की कोई कोचिंग परीक्षा को लेकर उसने नहीं ली है। घर पर रह कर ही वो पढ़ाई करती थी। सात से आठ घंटे घर पर पढ़ाई वो करती थी। मोबाइल का जरूरत के अनुसार ही उपयोग किया करती थी। वो संदेश देना चाहती है कि हमें अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए असंभव भी संभव हो सकता है। कोई भी मंजिल दूर नहीं होती है बस जरूरत है तो खुद के अंदर आत्मविश्वास की।
परिजनों के साथ खुशी जैन।
कैथल की मंजू रही प्रदेश में द्वितीय
कैथल। गांव सिसमौर के किसान सतीश कुमार की बेटी मंजू ने 10वीं की परीक्षा में 497 अंक हासिल कर प्रदेश में दूसरा तथा जिले में पहला स्थान हासिल किया है। मंजू ने गणित और साइंस विषय में 100-100 अंक प्राप्त किए हैं। मंजूू गांव के ही सैनिक पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करती है। नर्सरी कक्षा से ही इसी स्कूल में है। मंजू ने बताया कि उसने स्कूल के अलावा घर पर रह कर करीब चार घंटे तक रोजाना पढ़ाई की है। स्कूल और घर में पढ़ाई के अलावा कभी ट्यूशन नहीं लगाया। स्कूल में अध्यापक जो काम करवाते थे उसे ही अच्छी तरह से दिमाग में उतार लेती थी। घर जाकर उस कार्य का अभ्यास करती थी। यही कारण है कि उसे प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। उसे गणित विषय बहुत पसंद है। वह 11वीं कक्षा में भी गणित विषय के साथ पढ़ाई कर रही हैं। वह इंजीनियरिंग लाइन में जाना चाहती है।
सुनैना चिकित्सक बनकर करना चाहती है देश सेवा
बाढड़ा। बाढड़ा उपमंडल के गांव भांडवा स्थित प्रज्ञा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सुनैना ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। अपनी कड़ी मेहनत के दम पर खास मुकाम हासिल करने वाली छात्रा सुनैना चिकित्सक बनकर देशसेवा करना चाहती है। गांव चांदवास निवासी छात्रा सुनैना के पिता विनोद कुमार बतौर जेबीटी अध्यापक कार्यरत है तथा माता सुमन ग्रहणी हैं। सुनैना ने 500 में से 497 अंक हासिल कर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने हिंदी विषय में 100 में से 100 अंकए अंग्रेजी में 99 अंकए गणित में 100 अंकए एसओएस में 97 अंकए विज्ञान में 99 अंकए संस्कृत में 99 अंक हासिल किए हैं। सुनैना का लक्ष्य डाक्टर बनकर निस्हाय व गरीब लोगों की सेवा करना है। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपने माता.पिता व अध्यापकों को दिया है। उन्होंने कहा कि हमेशा लक्ष्य हासिल कर पढ़ाई करनी चाहिए। छात्रा ने तथा स्कूल के बाद 7 से 8 घंटे तक पढ़ाई करना जरूरी है तभी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने रात्रि में 7 से आठ घंटे पढ़ाई कर लक्ष्य हासिल किया है।
बेहतरीन प्रदर्शन करने पर छात्रा सुनैना का मुंह मीठा करवाते स्कूल स्टाफ।
डॉक्टर बनना चाहती है हिमांशी
हिसार। मिलगेट स्थित कैप्टन आरसी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा हिमांशी ने 496 अंक प्राप्त करके प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। उसके इस उपलब्धि पर स्कूल में जश्न मनाया गया। बेटी की उपलब्धि पर पूरा परिवार भी फूला नहीं समा रहा है। हिमांशी और उसके परिवार को बधाई देने वालों को तांता लगा हुआ है। अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार तथा स्कूल स्टाफ को देते हुए हिमांशी ने बताया कि वह रात को आठ बजे से रात 12 बजे तक तथा फिर सुबह 4 बजे से 7 बजे तक पढ़ाई करती थी। हिमांशी ने बताया कि वह डॉक्टर बनना चाहती है। इस सपने को साकार करने के लिए उसने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए परिवार के तरफ से पूरा सहयोग मिल रहा है।
अपनी मां और दादी के साथ हिमांशी।
किसान के बेटे लवकुश ने दसवीं प्रदेश में पाया तीसरा स्थान
नारनौंद ( हिसार ) बाबा उदल देव पब्लिक स्कूल मदनहेड़ी के छात्र लवकुश ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा में 500 में से 496 अंक लेकर पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मुंढाल खुर्द निवासी लवकुश पुत्र जोगिंदर सिंह दसवीं कक्षा में बाबा उदलदेव पब्लिक स्कूल मदनहेडी का छात्र है और उसके पिता किसान हैं। माता सुमन ग्रहणी है। उसने दिन-रात मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया है। हर समय एक ही धुन सवार रहती थी कि वह प्रदेश के टॉप टेन में अपना स्थान लेकर आएगा। इसके लिए उसने स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताबों का सहारा लिया और स्कूल के अलावा घर पर भी सात घंटे तक पढ़ाई करता की अपने दोस्तों के साथ जब खाली समय में बैठता था तो उनके बीच में भी पढ़ाई की ही बातें होती थी। लवकुश ने अंग्रेजी और विज्ञान में पूरे 100 अंक लिए हैं। गणित में 99, हिंदी में 98 और सामाजिक में 97 अंक लिए हैं।
छात्र लवकुश अपने परिजनों के साथ विक्ट्री का चिन्ह बनाए हुए।
डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती है सुहानी
सोनीपत। डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करनी है, इसीलिए दिन-रात मेहनत करती हूं। मैंने देखा कि अधिकतर बच्चे कोचिंग में लगे रहते हैं, जबकि मैं खुद कभी कोचिंग के लिए नहीं गई। लगातार स्कूल जाकर बिना कोचिंग के भी बढ़िया अंकों से परीक्षा पास की जा सकती है। ये कहना है सुहानी का। सुहानी सोनीपत जिले में राई खंड के गांव हलालपुर स्थित लखीराम मेमोरियल पब्लिक उच्च विद्यालय की छात्रा है। सुहानी ने शुक्रवार को जारी किए गए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में 496 अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलापुर की रहने वाली सुहानी काफी समय से अपने माता-पिता के साथ गांव झिंझोली में रहती है। सुहानी की मां रेखा हलालपुर स्थित लखीराम मेमोरियल पब्लिक उच्च विद्यालय में ही बतौर लिपिक कार्यरत है। जबकि पिता शकील मकानदार दिल्ली की एक कंपनी में बतौर प्रबंधक कार्यरत हैं। सुहानी का सपना अब मेडिकल साइंस लेकर आगे बढ़ने का है, ताकि वह डाक्टर बनकर लोगों की सेवा कर सके।
सुहानी के साथ स्कूल प्राचार्य संजय कुमार व उप-प्राचार्य।
जिस स्कूल में मां टीचर उसी स्कूल में बेटी ने पाया तीसरा स्थान
भिवानी। जिस स्कूल में मां टीचर के रूप में पढ़ाती है अगर उसी स्कूल में उसकी बेटी प्रदेश भर में तीसरा स्थान प्राप्त करें तो मां का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है गांव मंढाणा की रहने वाली हिमानी ने। शुक्रवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से जारी किए गए 10वीं कक्षा के परिणाम में जब हिमानी ने 497 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया तो फोन पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। हिमानी के परिवार में पिता ,माता, बड़ा भाई है । पिता जहां खेती करते हैं तो वहीं मां शिक्षिका के रूप में बच्चों में शिक्षा की अलख जगा रही है जबकि बड़ा भाई अभी 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। हिमानी ने बताया कि स्कूल से आने के बाद थोड़ा आराम करती थी तथा उसके बाद शेड्यूल के अनुसार आठ घंटे पढ़ाई करती थी। हिमानी ने बताया कि परिणाम में जितनी मेहनत उसने की उतनी ही मेहनत उसके अध्यापकों व मां ने भी की। रात को भी मां उठ कर कमरे में आती रहती थी तथा लेट होने पर यही कहती थी कि अब सो जा सुबह उठकर पढ़ लेना। हिमानी ने बताया कि वो आईपीएस ऑफिसर बनना चाहती है तथा अभी से उसकी तैयारी शुरू कर दी है।
अपनी मां के साथ हिमानी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS