बीएसएफ अधिकारी को दहेज में मिले 11 लाख रुपये, फिर उन्होंने जो किया जानकर रह जाएंगे हैरान

हरिभूमि न्यूज : भिवानी
दहेज ना केवल लेना, बल्कि देना भी एक सामाजिक बुराई है। इसीलिए लोगों को इस सामाजिक बुराई को त्यागकर समाज के समक्ष एक अनूठी मिसाल पेश करनी चाहिए। ऐसी ही एक मिसाल भारत नगर निवासी ठाकुर विरेंद्र सिंह के पुत्र एवं बीएसएफ अधिकारी ( Bsf Officer ) संजीव ने समाज के समक्ष पेश की है। बीएसएफ अधिकारी संजीव ने दहेज के रूप में दिए जा रहे 11 लाख रुपये की राशि लौटाते हुए ( Marriage Without Dowry ) इस रूढ़वादी सोच को ठेंगा दिखाया है।
राजपूत धर्मशाला में बीएसएफ अधिकारी संजीव की शादी समारोह के तहत लग्न समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान लड़की पक्ष द्वारा संजीव के परिजनों को 11 लाख रूपये की नगद राशि बतौर दहेज दी जा रही थी, तभी समाज की रूढ़ीवादी सोच को ठेंगा दिखाते हुए संजीव ने दहेज की राशि लेने से स्पष्ट इंकार कर दिया तथा उस राशि को लौटा दिया। लाल सिंह तंवर व दीपा तंवर ने कहा कि दहेज ना केवल सामाजिक बुराई, बल्कि समाज के लिए एक अभिशाप भी है। इसीलिए हमें इस सोेच को त्यागकर दहेज ना लेने की सोच को सोच तक सीमित ना रखते हुए एक विचारधारा बनानी होगी, तभी हमारी आने वाली पीढ़ी इस अभिशाप से मुक्ति पा सकेंगे। इस समारोह के साक्षी रहे राजपूत समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने संजीव की सहराना की।
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