योगी की राह पर मनोहर सरकार : कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर की 3 मंजिला कोठी पर चला बुलडोजर

गुरुग्राम। यूपी की योगी सरकार की तर्ज पर हरियाणा की मनोहर सरकार भी एक्शन मोड पर चल पड़ी है। जिसके चलते मानेसर नगर निगम ने कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर के कृषि भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई तीन मंजिला कोठी को बुलडोजर चलाकर ढ़हा दिया। डयूटी मजिस्ट्रेट नगर निगम के एक्सईएन नवीन धनखड़ की अगुवाई में नगर निगम की टीम ने मानेसर के गांव बार गुर्जर में कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर के मकान पर दूसरे दिन भी तोडफ़ोड़ की। निगम की टीम बार गुर्जर गांव में सुबह ही बुलडोजर लेकर पहुंच गई।
नगर निगम का अमला ब्रहस्पतिवार को पुलिस बल के साथ बार गुर्जर गांव में पहुंचा था। इस दौरान 200 से अधिक पुलिस कर्मी भी उपस्थित रहे। टीम ने गैंगस्टर के मकान की दीवार को दो जेसीबी से तोडऩा शुरू किया। दीवार तोड़ दी गई, लेकिन तभी तेज बारिश शुरू हो गई। लगभग पौने घंटे तक इंतजार के बाद जब बारिश नहीं रुकी, तो अमला वापस लौट गया था। एक्सईन ने बताया कि करीब साढ़े तीन हजार वर्ग गज में बने मकान की चारदीवारी को बृहस्पतिवार को तोड़ा गया था। मकान खाली करवाकर दूसरे दिन फिर से तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू की गई। मकान गांव की ही कृषि भूमि पर अवैध रूप से बना हुआ है। इसके नर्मिाण के लिए विभाग से किसी प्रकार की कोई स्वीकृ ति, लाइसेंस या भू-उपयोग परिवर्तन नहीं लिया हुआ था।
हत्या, फिरौती, हत्या के प्रयास सहित 42 केस
गैंगस्टर सूबे गुर्जर पर गुडग़ांव, मेवात, रेवाड़ी, पलवल और n में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और हथियार अधिनियम के अलग-अलग 42 केस दर्ज हैं। हरियाणा पुलिस ने उस पर पांच लाख का इनाम भी घोषित किया था। कई सालों की मशक्कत के बाद गैंगस्टर को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था। गैंगस्टर अभी भोंडसी जेल में बंद है। मानेसर में हाईवे के पास गैंगस्टर की जमीन पर तत्कालीन एसटीएफ आईजी ने पुलिस चौकी खोल दी थी।
परिजनों ने लिया था स्टे
फरवरी 2019 के दौरान सूबे की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की गई तो परिजनों ने स्टे ले लिया था। पिछले कुछ सालों से गांव बार गुर्जर निवासी सूबे गुर्जर का गुडग़ांव ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों में आतंक बना हुआ है। टॉप-10 मोस्ट वांटेड की सूची में सुबे गुर्जर का नाम सबसे ऊपर था। इसके पीछे स्पेशल टास्क फोर्स की टीम भी लगी हुई थी।
ग्रामीणों ने किया विरोध
सूबे गुर्जर की कोठी में तोडफ़ोड़ के दौरान बार गुर्जर गांव के लोगों ने विरोध किया। कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने कहा कि यह कोठी अकेले सूबे की नहीं है। इसमें पांच भाई-बहन हस्सिेदार है। दो भाई, दो बहन व सूबे की मां इस प्रोपर्टी की मालिक हैं। ऐसे में पूरी कोठी को तोडऩा पूरी तरह गलत है।
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