Diwali 2022 : कोरोना व नोटबंदी के बाद नहीं उभरा व्यापार, नवरात्रों व करवाचौथ पर ठंडा रहा सर्राफा बाजार, अब दिवाली से उम्मीद

Diwali 2022 : कोरोना व नोटबंदी के बाद नहीं उभरा व्यापार, नवरात्रों व करवाचौथ पर ठंडा रहा सर्राफा बाजार, अब दिवाली से उम्मीद
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दिवाली त्योहार के सीजन में सोने-चांदी के आभूषण के साथ बर्तनों की डिमांड भी ज्यादा रहती है। जिसमें मुख्य रूप से चांदी के बर्तन शामिल है। इसके अलावा चांदी के सिक्के, सोने के सिक्के, हार, चुड़ी, अंगुठी, कडे़, मंगलसूत्र की भी खरीददार दिवाली पर सबसे ज्यादा डिमांड रहती है।

नारनौल। दिवाली के नजदीक आते ही बाजार में रौनक दिखाई देने लग गई है। लोग जमकर खरीददारी भी कर रहे हैं, लेकिन सर्राफा बाजार अभी ठंडा पड़ा है। सर्राफा व्यापारियों की माने तो नवरात्रों व करवा चौथ पर सर्राफा बाजार बिल्कुल ठंडा रहा है। अब दिवाली पर उन्हें उम्मीद है कि सर्राफा व्यापार में कुछ तेजी आएगी।

उन्होंने बताया कि आमतौर पर दिवाली के सीजन में पांच-छह करोड़ रुपये का कारोबार होता था, लेकिन नोटबंदी व कोरोना के बाद करोड़ रुपये का कारोबार लाखों में सिमटकर रह गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते लोगों का रोजगार छिन गया, जिसका असर उनके व्यापार पर पड़ा है। लोग कोरोना की मार से अभी तक नहीं उभरे है। जिसके चलते गत दो-तीन साल में सर्राफा व्यापार डेढ़ से दो करोड़ रुपये सिमटकर रह गया था। इस सीजन में कुछ तेजी आने की आस है। हां, अबकी बार उन्हें आस है कि इस दिवाली के सीजन में चार से पांच करोड़ रुपये का कारोबार होगा। दिवाली त्योहार के सीजन में सोने-चांदी के आभूषण के साथ बर्तनों की डिमांड भी ज्यादा रहती है। जिसमें मुख्य रूप से चांदी के बर्तन शामिल है। इसके अलावा चांदी के सिक्के, सोने के सिक्के, हार, चुड़ी, अंगुठी, कडे़, मंगलसूत्र की भी खरीददार दिवाली पर सबसे ज्यादा डिमांड रहती है।

हॉलमार्क की बिक्री बढ़ी

पहले की अपेक्षा आज-कल हॉलमार्क के आभूषणों व सिक्कों की बिक्री ज्यादा होने लगी है। इससे पहले लोग बिना हॉलमार्क के आभूषणों की खरीददारी करते थे, लेकिन समय बदलने के साथ जागरूक ग्राहक हॉलमार्क के आभूषणों की मांग ज्यादा करने लग गए है।

ऑनलाइन से बाजार पर असर

आधुनिक योग में समय के साथ लोगों अब ऑनलाइन शॉपिंग ज्यादा करने लग गए है। जिसका सिद्धा असर बाजार में देखने को मिल सकता है। ऑनलाइन खरीददारी के चलते दुकानों पर ग्राहक कम आने लग गए है। जिससे दुकानदारों की बिक्री कम होने लग गई है। इसके अलावा कीमत बढ़ने से भी अभी तक बाजार ठंडा रहा है।

पुलिस की बढ़ाई जाएग गश्त

सर्राफा व्यापारियों ने प्रशासन से पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि त्योहार के सीजन में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए, ताकि व्यापारी बिना किसी भय के व्यापार कर सकें।

चार-पांच करोड़ की आस

सर्राफा व्यापारी सीताराम सर्राफ ने बताया कि दिवाली के इस सीजन में शहर में लगभग चार से पांच करोड़ के कारोबार में उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 का असर अभी भी बाजार में देखा जा सकता है। कोविड से पहले दिवाली के सीजन में शहर में पांच से छह करोड़ रुपये का कारोबार होता था, लेकिन गत दो-तीन साल से यह घटकर डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक आ गया था। अबकी बार उन्हें उम्मीद है कि इस दिवाली सीजन में कम से कम चार-पांच करोड़ रुपये का कारोबार होगा।

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