Natural Farming Project : कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती को लेकर आयोजित किए जाएंगे कैंप

Natural Farming Project : कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती को लेकर आयोजित किए जाएंगे कैंप
X
सरकार की तरफ से 4 लाख 70 हजार रुपए का बजट किसानों की ट्रेनिंग, कैंप के साथ-साथ मास्टर ट्रेनर पर खर्च किया जाएगा। ताकि किसान प्राकृतिक खेती की तरफ रूझान कर सके।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत। प्रदेश के धरती-पुत्रों को प्राकृतिक खेती (Natural Farming) की तरफ लेकर जाने के लिए कृषि विभाग हर संभव कदम उठा रहा है। कुरूक्षेत्र में जिले के किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में क,ख,ग सिखाने के लिए कैंप व ट्रेनिंग दी जायेगी। सरकार की तरफ से 4 लाख 70 हजार रुपए का बजट किसानों की ट्रेनिंग, कैंप के साथ-साथ मास्टर ट्रेनर पर खर्च किया जाएगा। ताकि किसान प्राकृतिक खेती की तरफ रूझान कर सके।

बता दें कि रासायनिक खेती की वजह से एक तरफ जहां फसल उत्पादन की लागत लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं पर्यावरण के साथ-साथ फ सल की गुणवत्ता कम होने की वजह से लोगों की सेहत पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अत्याधिक रासायनिक खाद व दवाइयों के इस्तेमाल से फसलों का निर्यात भी प्रभावित हो रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा रासायनिक खेती को छोड़कर किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ लेकर जाने का प्रयास किया जा रहा है।

पहले चरण में 70 एकड़ भूमि पर किसान शुरू करेगें प्राकृतिक खेती

कृषि विभाग ने प्राकृतिक खेती प्रोजैक्ट के पहले चरण में जिले के 26 किसानों का चयन किया है, जोकि मिलकर 70 एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती करेगे। प्राकृतिक खेती का एक प्लाट 1 एकड़ से लेकर 8 एकड़ तक का होगा। हुल्लाहेड़ी गांव निवासी राजपाल सिंह जहां 8 एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती तकनीक के माध्यम से गेहूं का उत्पादन करेंगे, वहीं नाहरी गांव निवासी साहब सिंह एक एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती के माध्यम से अमरुद का उत्पादन करेंगे। इसी तरह से पांची जाटान, भिगान, बेगा, एमपी. माजरा, नया बांस, बड़ी, पुरखास राठी, सटावली, बैयापुर, शहजादपुर सहित विभिन्न गांवों में प्राकृतिक खेती के मॉडल प्रदर्शनी प्लाट स्थापित किए जाएंगे।

किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ लेकर जाने के लिए विभाग की तरफ से हर संभव कदम उठाएं जा रहे है। विभाग की तरफ से कैंप व ट्रेनिंग के जरिए किसानों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की तरफ से बजट जारी किया गया है। किसानों को ट्रेनिंग व कुरुक्षेत्र गुरुकुल का भ्रमण करवाया जाएगा। रबी सीजन में इस बार 26 मॉडल प्रदर्शनी प्लाट तैयार किए जाएंगे। इसके लिए किसानों का चयन हो चुका है। अनिल सहरावत, जिला कृषि अधिकारी।

Tags

Next Story