कैप्टन अभिमन्यु बोले- दिशाहीन विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं

कैप्टन अभिमन्यु बोले- दिशाहीन विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं
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पूर्व वित्तमंत्री ने प्रदेश और केंद्र सरकार की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह समाज से जुड़े आम नेताओं की सरकार है, जिसके कारण कुछ लोगों को भारी तकलीफ हो रही है।

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़

प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कैप्टन अभिमन्यु ने विपक्षी नेताओं द्वारा ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने लंबे सियासी सफर में पहली बार विपक्षी नेताओं को मुद्दाविहीन, दिशाहीन देख रहा हूं, अपने सत्ताकाल में खुली लूट-खसौट करने वाले कुछ परिवारवादी लोग अब बेरोजगार हो गए हैं, मैं इस तरह के लोगों को राजनेता नहीं मानता। एक दौर में स्वयंसेवकों और सामाजिक लोगों पर लाठियां बरसाने वाले अब एजेंसियों के नाम की दुहाई दे रहे हैं। पूर्व वित्तमंत्री ने प्रदेश और केंद्र सरकार की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह समाज से जुड़े आम नेताओं की सरकार है, जिसके कारण कुछ लोगों को भारी तकलीफ हो रही है।

मुख्यमंत्री को सराहा

पूर्व वित्तमंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह वित्त विभाग की कमान भी बेहद असरदार तरीके से संभाल रहे हैं। उन्होंने बजट में हर वर्ग को राहत दी थी। पूर्व वित्त मंत्री ने विपक्ष के नेताओं द्वारा संसद के नए भवन पर लगाई गई अशोक स्तंभ व शेर की मूर्ति को लेकर आलोचना किए जाने पर कहा कि यह बड़े ही हास्यास्पद हालात हैं। जिन अच्छे कार्यों की तारीफ होनी चाहिए, विपक्ष उसमें आलोचना ढूंढ रहा है।

विधायकों को धमकी गंभीर विषय

पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि विधायकों को धमकी की घटनाएं लोकतंत्र में बेहद गंभीर और चिंता का विषय है। इन घटनाओं को लेकर सतर्क लेकर गंभीरता से कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सभ्य समाज में हिंसा को कोई स्थान नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल और गृहमंत्री अनिल विज पूरे मामले में गंभीरता से काम कर रहे हैं, पुलिस अफसरों के साथ में विचार विमर्श किया है।

नेता विपक्ष और पूर्व सीएम पर हमला

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दोहराया कि मात्र आरक्षण आंदोलन ही नहीं बल्कि हरियाणा में चर्चित महम कांड भी एक सुनियोजित साजिश थी। इसके पीछे भी कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने और समाज को तोड़ने का षड्यंत्र रच रहे थे। उसके बाद में भी कई बड़ी घटनाएं हुई जैसे कंडेला कांड जिसमें दर्जनभर से ज्यादा लोग मारे गए थे। इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं लेकिन कुछ लोग समय समय पर अपनी सियासत चमकाने के लिए इस तरह के पाप करते हैं।

विधानसभा के लिए भूमि देने का स्वागत

 कैप्टन अभिमन्यु ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हरियाणा को विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जमीन दिए जाने के फैसले का दिल खोलकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंजाब के नेता बिना वजह सियासत कर रहे हैं, इतना ही नहीं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा न जाने क्यों पंजाब के सियासी नेताओं की जुबान बोल रहे हैं।

विपक्ष अपनी भूमिका निभाने में नाकाम: पूर्व वित्तमंत्री

उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि वर्तमान में जो विपक्ष का हाल है, इतने बुरे हालात मैंने कभी नहीं देखे। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जो कभी भी सामान्य व्यक्ति से रिश्ता नहीं रखते, न ही इन्हें जमीनी मुद्दे पता है इसके विपरीत केंद्र और हरियाणा की सरकार गरीब और समाज कल्याण के हितों को लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का एजेंडा सेट है, किसान आंदोलन हो या फिर अन्य किसी प्रकार का कोई मुद्दा, वहां जाकर रस्म अदायगी करने का काम करते हैं। उन्होंने जयंत चौधरी द्वारा हरियाणा के धरने में शामिल होने पर टिप्पणी की और कहा कि मजबूत विपक्ष एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है लेकिन अफसोस की बात है विपक्ष अपनी भूमिका निभाने में नाकाम है।

वोटर का विश्वास नहीं टूटना चाहिए

उन्होंने कहा कि चुनाव में हार हो या जीत वह वोटर का विश्वास तोड़ने व झूठ बोलने की राजनीति नहीं करते। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि वह पार्टी हाईकमान के दिशा निर्देशों पर संगठन का काम कर रहे हैं, इसके अलावा अपने हलके में वक्त दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा सिद्धांतों की राजनीति की। बतौर वित्तमंत्री रहते उन्होंने लोगों से पेंशन को लेकर किया वादा पूरा किया।

परिवारवाद पर तंज

कैप्टन अभिमन्यु लोकतंत्र की आड़ में परिवारवाद की जड़ों में पानी डालने वाले नेताओं पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की परंपरा नहीं है। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान चलाए अभियान को भी सराहा। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा द्वारा सत्ता पर एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगाने के मुद्दे पर पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति पद का चुनाव बेहद मर्यादा का चुनाव है, ये सीधा जनता से जुड़ा हुआ चुनाव नहीं है। इसलिए ऐसी बयानबाजी ठीक नहीं है।

गुंडे बदमाशों के साथ में खड़े होना समाजहित में नहीं

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि असामाजिक तत्वों के साथ में खड़ा होना किसी भी प्रकार से समाज हित में नहीं है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मेरी लड़ाई कोई व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज के उन लोगों की लड़ाई लड़ रहा हूं, जो गुंडे बदमाशों और अपराधियों के सामने खड़े नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि मैं समाज के हित में लड़ाई लड़ रहा हूं, अपराधी किसी भी समाज और किसी भी जाति के क्यों ना हो, उनको दंड मिलना चाहिए, अपराधी किसी भी समाज और जाति का नहीं होता क्योंकि उसके कारण समाज और जाति बदनाम होती हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समाज विरोधी तत्वों को सबक सिखाने के लिए 36 बिरादरी को एकजुट होकर खड़े रहना चाहिए। उन्होंने आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए नुकसान और दंगों के दौरान लोगों की पीड़ा पर एक बार फिर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लगभग 2 साल पहले 36 बिरादरी की पंचायत के अंदर आरोपियों ने लिखित में क्षमा मांगी थी। समाज के नाते से हमने इसे स्वीकार किया, लेकिन कानून की अपनी अलग प्रक्रिया होती है, जिसमें वक्त लगता है। अपराध करने वाले दोषियों को दंड मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज कि 36 बिरादरी के मान सम्मान को रखते हुए हमने अपनी बात रखी थी बाकी इस तरह के मामलों में कानून अपना काम करेगा।

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