लखीमपुर बनने से बचा नारायणगढ़ : सांसद-मंत्री के काफिले की गाड़ी ने किसान को मारी टक्कर, विरोध में स्टेट हाईवे रहा जाम

लखीमपुर बनने से बचा नारायणगढ़ : सांसद-मंत्री के काफिले की गाड़ी ने किसान को मारी टक्कर, विरोध में स्टेट हाईवे रहा जाम
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आंदोलनकारी किसान गाड़ी के मालिक, चालक व उसके बीच बैठे नेताओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर हाइवे नंबर 1 पर सैनी भवन के समक्ष धरने पर बैठ गए

हरिभूमि न्यूज : नारायणगढ़

तीन कृषि कानूनों को लेकर भाजपा के सांसद, मंत्रियों व नेताओ का विरोध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। वीरवार को नारायणगढ़ में एक बार फिर कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी व परिवहन मंत्री मूल चन्द शर्मा को आंदोलनकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। दोनों को सैनी भवन में आयोजित कार्यक्रम बीच मे ही छोड़ कर जाना पड़ा। आंदोलनकारियों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड व ट्रॉले भी छोटे पड़ गए। इस बीच मंत्री व सांसद के काफिले की एक गाड़ी ने साढौरा क्षेत्र के एक युवक को पीछे से टक्कर मार दी। इसके कारण युवक घायल हो गया। इसकी वजह से नारायणगढ लखीमपुर खीरी बनने से बाल-बाल बच गया। आंदोलनकारी गाड़ी के मालिक, चालक व उसके बीच बैठे नेताओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर हाइवे नंबर 1 पर सैनी भवन के समक्ष धरने पर बैठ गए। मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद मंत्री के कार्यक्रम में आए अधिकतर लोग अंदर ही फंस कर रह गए।

खेल की बजाय परिवहन मंत्री आए

वीरवार को नारायणगढ़- साढौरा रोड पर सैनी भवन में सैनी सभा द्वारा कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें खेल मंत्री संदीप सिंह व कुरुक्षेत्र सांसद नायब सैनी ने शिरकत करनी थी। कार्यक्रम की भनक आंदोलनकारियों को लग गई। इसके बाद कार्यक्रम का विरोध करने का ऐलान हो गया। भाकियू के जिला प्रधान मलकीयत सिंह ने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों से बड़ी संख्या में कार्यक्रम का विरोध करने के लिए एकत्रित होने की अपील भी की थी। खेल मंत्री संदीप सिंह कार्यकम में नहीं आए। उनकी जगह परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने समारोह में शिरकत की।

पुलिस छावनी में तब्दील हो गया शहर

आंदोलनकारियों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी की थी। कई सतही बैरिकेडिंग करने के साथ सैकड़ों पुलिस कर्मियों, वाटर कैनन गाड़ी, आंसू गैस के गोले दागने वाले वाहन भी कार्यक्रम स्थल के पास मुस्तैद किए गए थे। सीआरपीएफ के सुरक्षा कर्मियों को भी सुरक्षा में तैनात किया गया था। आंदोलनकारियों ने लगभग सवा दस बजे पहला बैरिकेड तोड़ दिया। उसके बाद दूसरा तीसरा नाका तोड़ते हुए जब अंतिम नाके तक पहुंच गए। जब आंदोलनकारी नजदीक पहुंचे तो उसी समय लगभग 10:40 बजे सैनी भवन से सांसद सैनी व मंत्री मूल चन्द शर्मा की गाड़ियों का काफिला बाहर निकला। आंदोलनकारियों ने मंत्री व सांसद के काफिले को काले झंडे दिखाए। इसी बीच काफिले की एक इनोवा गाड़ी ने पीछे से बकाला ( साढौरा ) एक युवा किसान को पीछे से टक्कर मार दी। युवा गाड़ी के नीचे आने की बजाए उछल कर साइड में जा गिरा जिससे आंदोलनकारी भड़क गए। इसके बाद आंदोलनकारी बीच सड़क पर ही बैठ गए। आंदोलनकारियों का आरोप था कि किसानों को कुचलने की कोशिश की गई। बकायदा नारायणगढ़ थाने में सांसद नायब सैनी व चालक के खिलाफ भी शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।

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