शराब घोटाला : डिस्टलरी में दस साल बाद भी नहीं लगे सीसीटीवी

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़
शराब घोटाले (Alcohol scam) पर एसईटी अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है अब घोटाले में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरनी बाकी है। इसके लिए खुद गृहमंत्री (Home Minister) ने विजिलेंस को मामला सौंपने की सिफारिश की है। लेकिन एसईटी की दो हजार पन्ने वाली रिपोर्ट बहुत कुछ बयां करती है। इसमें कईं चौंकाने वाले तथ्य भी शामिल हैं क्योंकि पिछले एक दशक से राज्य की डिस्टलरी में सीसीटीवी लगाने की कवायद सिरे नहीं चढ़ने दी गई।
भरोसेमंद उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि स्पेशल इंकवायरी टीम डिस्टलरी में सीसीटीवी के साथ-साथ अन्य कईं तरह का मौका मुआयना करना चाहती थी। लेकिन इस टीम को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई, जिससे साफ हो रहा है कि दाल में कुछ काला है। एसईटी ने जांच के दौरान कईं निचले स्तर के अफसरों के भी बयान लिए थे। जिसमें विभाग में तैनात रहे तत्कालीन आबकारी कलेक्टर के बयान भी दर्ज किए गए। जिसमें उन्होंने खुलकर बताया है कि 2011-12 की पालिसी में यह साफ साफ लिखा हुआ है कि डिस्टलरियों में चौबीस घंटे सातों दिन सीसीटीवी चालू होने चाहिएं ताकि आनलाइन चेक किया जा सके इनके अंदर क्या चल रहा है? लेकिन मजेदार बात यह है कि पालिसी बन जाने के बाद में दो कलेक्टर लंबे समय तक यहां तैनात रहे लेकिन कोई भी सीसीटीवी कवरेज योजना को सिरे नहीं चढ़ा सका।
इतना ही नहीं इनके ऊपर कईं ईटीसी आए लेकिन किसी का ध्यान ना जाने इस तरफ क्यों नहीं गया? एसईटी ने अपनी रिपोर्ट में पकड़ी गई शराब को नष्ट नहीं करने, लाक डाउन के दौरान स्टाक में हेराफेरी, शराब की तस्करी सहित दर्जनों बिंदुओं की ओर अहम इशारा किया है। एसईटी की जांच रिपोर्ट में अधिकांश जिलों में होने वाले गोलमाल और लापरवाही मिलीभगत की ओर भी ध्यान दिलाया है। इस पर कार्रवाई होने की सूरत में दर्जनभर से ज्यादा डीईटीसी पर भी गाज गिरने जा रही है। अर्थात जमकर होने वाले खेल की ओऱ ध्यान दिलाते हुए आने वाले वक्त के लिए व्यवस्था परिवर्तन का सुझाव दिया है। खुद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी साफ कर दिया है कि करप्शन में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं। वहीं मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा राज्यव्यापी प्रदर्शन को लेकर कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान कुशासन, कुकृत्य के बारे में सारे लोग जानते हैं। कांग्रेसी नेताओं में कभी इतनी हिम्मत नहीं रही कि अपनी सरकार के समय में आगे बढ़कर काम किया हो लेकिन हमारी सरकार अपने मिशन में जुटी हुई है। शासन को सुशासन में बदलने का हमारा संकल्प है, जिस पर काम चल रहा है।
भ्रष्टाचार सहन नहीं
हमारा मूल उद्देश्य भ्रष्टाचार को समाप्त करना है, उस दिशा में जो भी कदम उठाने होंगे, हम उठाएंगे। सीएम ने कहा कि एसईटी की रिपोर्ट को लेकर साफ कर दिया है कि रिपोर्ट में जिनके विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति होगी उनके विरुद्ध एक्शन होगा। सीएस खुद इसका अध्ययन कर रहीं हैं। - मनोहर लाल, मुख्यमंंत्री हरियाणा
जल्द कार्रवाई
शराब घोटाले में एसईटी ने अपना काम बेहतर ढ़ंग से करने के बाद में रिपोर्ट सौंपी है। इसके बाद हमने पूरे मामले में गहराई से जांच और तथ्यों की सही पड़ताल के बाद कार्रवाई के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को रिपोर्ट भेजकर विजिलेंस को सौंपने की सिफारिश की है। विज ने कहा जांच और कार्रवाई का काम सही दिशा में हैं। खुद मुख्यमंत्री इस बारे में अपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं।-अनिल विज, गृहमंत्री हरियाणा
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