CET Exam : सीईटी परीक्षा में पहली बार आधार कार्ड के मिलान के साथ आंखों की पुतलियां होंगी स्कैन

CET Exam : सीईटी परीक्षा में पहली बार आधार कार्ड के मिलान के साथ आंखों की पुतलियां होंगी स्कैन
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हरियाणा कर्मचारी आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने भी साफ कर दिया है कि कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में उम्मीदवारों की पहचान आधार कार्ड आधारित आंखों की पुतली से की जाएगी।

Haryana CET : पांच और छह नवंबर की होने वाली सीईटी परीक्षा में नकली परीक्षार्थियों को रोकने के लिए व्यापक तैयारी कर ली गई है। इसके तहत बायोमेट्रिक के साथ-साथ परीक्षार्थी की आंखों की पुतली भी आधार कार्ड के मिलान के साथ स्कैन होंगी। अब से पहले इस प्रकार की व्यवस्था कुछ देशों की मात्र एंबेसी के अंदर हुआ करती थी। हरियाणा कर्मचारी आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने भी साफ कर दिया है कि कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में उम्मीदवारों की पहचान आधार कार्ड आधारित आंखों की पुतली से की जाएगी।

सीईटी परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी कईं तरह की चुनौती झेल रहे हैं। सोमवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से लगभग 11 हजार परीक्षार्थियों को पंजीकरण नंबर जारी कर अवगत कराया था कि जिन लोगों के फोटो सही आकार या साफ नहीं हैं, वे मंगलवार शाम 5 बजे तक फोटो दोबारा से अपलोड करें। जिसके बाद में आनन-फानन में युवा फोटो अपलोड करने में जुट गए, सर्वर साथ नहीं देने के कारण कई तरह से परेशानी भी युवाओं को उठानी पड़ी। परीक्षा के लिए कुल 11.34 लाख युवाओं ने पंजीकरण करा रखा है।

भोपाल सिंह खदरी ने परीक्षा के दौरान आंसर -सीट में इस बार विकल्पों के लिए 5 गोले होने के बारे में स्पष्ट करते हुए बताया कि अगर किसी उम्मीदवार ने कोई भी गोला नहीं भरा तो उसके सभी खाली गोलों के हिसाब से प्रत्येक प्रश्न के 0.95 अंक काट लिए जाएंगे। खदरी ने परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि वे प्रथम 4 विकल्पों में से कोई न कोई हल अवश्य करें, अगर कोई उम्मीदवार प्रथम 4 विकल्पों में से किसी को भी अपना उत्तर नहीं बनाता है तो वह पांचवां विकल्प अवश्य भरे। इस परीक्षा में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं है।


राज्य के अंदर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पहली बार परीक्षा लेने जा रही है। परीक्षाओं के दौरान दूसरे परीक्षार्थी को बैठाने के साथ-साथ कई तरह के गोलमाल पकड़े जाने के बाद हरियाणा सरकार ने इस प्रकार का फैसला लिया है। गौरतलब है कि सीईटी की परीक्षा ग्रुप सी के लिए पहली बार होगी। इसके बाद ग्रुप डी के लिए यह परीक्षा अलग से कराई जाएगी। परीक्षा पास करने वालों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा, यह 3 साल तक मान्य होगा और उन्हें बार-बार फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा प्रदेश के अंदर इंटरव्यू सिस्टम भी समाप्त कर दिया गया है। सीईटी परीक्षा पास करने के बाद मेरिट तैयार होगी और उसके हिसाब से लोगों को विभिन्न विभागों में ग्रुप सी और डी में ज्वाइन कराया जाएगा।

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