मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी प्रधान सचिव से मिलने पहुंचे चंडीगढ़...

मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी प्रधान सचिव से मिलने पहुंचे चंडीगढ़...
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हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर आज हजारों रोडवेज कर्मचारी प्रधान सचिव से मिलने मिनी सचिवालय पहुंचे। सचिवालय के बाहर समक्ष हजारों रोडवेज कर्मचारियों का मास डेप्यूटेशन पंहुचा।

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर परिवार विभाग के प्रधान सचिव से मिलने मिनी सचिवालय के समक्ष हजारों रोडवेज कर्मचारियों का मास डेप्यूटेशन पंहुचा। मोर्चा शिष्टमंडल को बातचीत के लिए बुलाया। शिष्टमंडल में सांझा मोर्चा नेता इन्द्र सिंह बधाना, ओमप्रकाश ग्रेवाल, विनोद शर्मा सहित कई अन्य लोगों ने भाग लिया। प्रधान सचिव ने केवल अर्जित अवकाश की कटौती रद्द करने की मांग पर बातचीत कर मीटिंग समाप्त कर दी।

रोडवेज कर्मचारियों की क्या है मांग?

अर्जित अवकाश फैक्ट्री एक्ट के तहत पहले की तरह देने से स्पष्ट मना कर देते व शेष मांग पत्र पर बातचीत ही नहीं करने से कर्मचारियों में भारी रोष है। सांझा मोर्चा नेताओं ने उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा सरकार लंबित मांगों को लागू करने की बजाए पहले से मिल रही सुविधाओं को छीन रही है। उन्होंने कहा रोडवेज कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर आंदोलन को तेज करने के लिए 18 जनवरी को करनाल में सांझा मोर्चा की बैठक बुलाई है।

सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगों पर चर्चा करते हुए कहा चालक-परिचालकों, कर्मशाला कर्मचारियों व निरिक्षकों के कम किए अर्जित अवकाश पहले की तरह लागू करने, स्टेज कैरिज स्कीम, किलोमीटर स्कीम रद्द कर निजीकरण पर पूर्ण रोक लगाने की मांग की है। इसके अलावा विभाग के बेड़े में बढ़ती आबादी अनुसार10,000 सरकारी बसें शामिल करने, NPS बंद कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, परिचालकों व लिपिको का वेतनमान 35400 करने, 1992 से 2003 के मध्य लगे सभी कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने की भी मांग है।

कौशल रोजगार निगम विभाग में खाली पदों पर पक्की भर्ती की मांग

वहीं मजदूरों ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम भंग कर विभाग में सभी श्रेणियों में खाली पड़े पदों पर पक्की भर्ती करने,सभी कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने, वर्ष 2016 में सभी प्रक्रिया पूर्ण उपरांत भर्ती किये गए चालकों को पक्का करने, ठेके पर लगे दादरी डिपो के 52 कर्मचारियों सहित विभाग के सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की भी मांग की है। इसके अलावा भी मजदूरों द्वारा कई सारी मांगे की जा रही है। इस मौके पर सांझा मोर्चा नेताओं ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की।

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