Charkhi Dadri : डिलीवरी के बाद महिला की बिगड़ी तबीयत, निजी अस्पताल में मौत

- परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप, अस्पताल में डॉक्टर को पिटते हुए किया हंगामा
- तबीयत बिगड़ी तो शहर के दूसरे निजी अस्पताल में करवाया था भर्ती
Charkhi Dadri : शहर के एक निजी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसूता की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया और डॉक्टर की जमकर पिटाई की। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर शहर के दो निजी अस्पतालों (Private Hospitals) के चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मृतक के शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के बोर्ड से करवाया जाएगा।
शहर के वार्ड नंबर 6 निवासी रितिका पत्नी तुषार को वीरवार प्रसव पीड़ा के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जहां रितिका ने एक स्वस्थ लड़की को जन्म दिया, लेकिन कुछ देर बाद उसकी तबीयत खराब हो गई। तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सक ने रितिका के परिजनों को किसी दूसरे अस्पताल में उपचार करवाने की सलाह दी। परिजन उसको शहर के लोहारू रोड स्थित दूसरे निजी अस्पताल में ले गए। यहां चिकित्सक ने उसको दाखिल कर लिया, लेकिन उपचार के दौरान रितिका ने दम तोड़ दिया।
रितिका की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। दर्जनों लोग अस्पताल परिसर में घुस गए तथा चिकित्सक के साथ मारपीट की। मामले की सूचना मिलने के बाद दादरी सिटी थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया। पुलिस के लाख समझाने के बाद भी परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और लगातार 3 घंटे तक अस्पताल परिसर में बवाल करते रहे। घंटो तक महिला का शव निजी अस्पताल में ही रखा रहा।
मृतका के परिजनों ने बताया कि जब हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया तो चिकित्सकों ने बताया था कि रितिका खतरे से बाहर है। उन्होंने बार-बार चिकित्सकों से रितिका की हालत के बारे में पूछा लेकिन हर बार नॉर्मल बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि पैसों के लालच में चिकित्सकों ने रितिका की हालत गंभीर होने के बाद भी उनको गुमराह किया। अगर समय रहते उनको हालत के बारे में बता दिया जाता तो किसी दूसरे अच्छे अस्पताल में उपचार करवाया जा सकता था। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही के कारण रितिका की मौत हुई है।
चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजकुमार ने बताया कि दोनों निजी अस्पतालों के चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मृतका के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बोर्ड से करवाने के लिए रोहतक पीजीआई भेजा गया है। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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