200 करोड़ के घोटाले में फरीदाबाद नगर निगम का चीफ इंजीनियर गिरफ्तार

200 करोड़ के घोटाले में फरीदाबाद नगर निगम का चीफ इंजीनियर गिरफ्तार
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डीआर भास्कर को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 20 मई तक रिमांड पर दिया गया। हालांकि इस घोटाले में शामिल ठेकेदार को विजिलेंस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

फरीदाबाद। फरीदाबाद में नगर निगम में हुए 200 करोड़ के घोटाले का आरोपी चीफ इंजीनियर गिरफ्तार हो गया। पुलिस ने चीफ इंजीनियर डीआर भास्कर को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। डीआर भास्कर को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 20 मई तक रिमांड पर दिया गया। हालांकि इस घोटाले में शामिल ठेकेदार को विजिलेंस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस का दावा है कि भास्कर की गिरफ्तारी से 200 करोड़ के घोटाले से जल्द ही पर्दा उठ जाएगा। इस मामले में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

दरअसल, मुख्य अभियंता ने सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड देशों की यात्राएं की। इन यात्राओं के दौरान हवाई जहाज के टिकट से लेकर वहां ठहरने सहित जो भी खर्चा हुआ ठेकेदार सतवीर ने इसके लिए भुगतान किया। यह भुगतान आरटीजीएस के जरिये हुआ। इसका पूरा रिकार्ड विजिलेंस के पास है। 2 मई को मुख्य अभियंता डीआर भास्कर की अग्रिम जमानत याचिका अतिरक्ति सत्र न्यायाधीश डा. पंकज सिंह की अदालत ने रद कर दी थी। दरअसल निगम अधिकारियों ने ठेकेदार को बिना काम करीब 200 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया।

यह सारा जनता का पैसा था, जो विभन्नि वार्डों में विकास कार्यों की एवज में पास हुआ था। ठेकेदार के साथ मिलकर अधिकारियों ने जनता के इस पैसे का किस तरह दुरुपयोग हुआ, इसकी जानकारी विजिलेंस ने 2 मई को मुख्य अभियंता डीआर भास्कर की अग्रिम जमानत पर सुनवाई के दौरान अतिरक्ति सत्र न्यायाधीश डा. पंकज सिंह की अदालत को दी। विजिलेंस के डीएसपी पार्थ सारथी ने अदालत को बताया कि मुख्य अभियंता डीआर भास्कर और ठेकेदार सतवीर के बीच गठजोड़ के उनके पास पुख्ता सबूत हैं। ठेकेदार सतवीर को अधिकारियों ने बिना काम भुगतान किया, इसकी ऐवज में ठेकेदार सतवीर ने मुख्य अभियंता डीआर भास्कर को विदेश यात्राएं कराईं।


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