रोहतक में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, बोर्ड पर लिखा सुसाइड नोट

रोहतक में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, बोर्ड पर लिखा सुसाइड नोट
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दिल्ली के हरीनगर निवासी 25 वर्षीय वरुण श्रीधर अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी के पद पर कार्यरत था। जो करीब चार माह पहले ही यहां पर तैनात हुआ था। फिलहाल में वह सर्किट हाउस ठहरा हुआ था। सुसाइड नोट लिखा है कि मैं काफी तनाव में हूं और अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हूं।

हरिभूमि न्यूज : रोहतक

अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में तैनात मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ने दिल्ली बाईपास स्थित सर्किट हाउस के कमरा नंबर 19 में बुधवार को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके से एक बोर्ड भी बरामद किया है, जिस पर सुसाइड नोट लिखा है कि मैं काफी तनाव में हूं और अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हूं। सूचना मिलने पर उपायुक्त समेत अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

दिल्ली के हरीनगर निवासी 25 वर्षीय वरुण श्रीधर अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी के पद पर कार्यरत था। जो करीब चार माह पहले ही यहां पर तैनात हुआ था। फिलहाल में वह सर्किट हाउस ठहरा हुआ था। सुबह के समय काफी देर तक भी कमरा नहीं खुला, जिस पर स्टाफ को कुछ शक हुआ। इसके बाद पता चला कि कमरे के अंदर वरुण श्रीधर ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर रखी है। इसके बाद डीएसपी विनोद कुमार और पीजीआई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एफएसएल इंचार्ज डा. सरोज दहिया को भी मौके पर बुलाया गया। पता चलने पर उनके माता-पिता भी दिल्ली से आ गए।

उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर उनके माता-पिता से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी। स्वजनों ने बताया कि मंगलवार शाम उन्होंने वरुण श्रीधर को फोन किया था, लेकिन फोन नहीं रिसीव किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह तनाव में रहता था। अक्सर कहता रहता था कि मैं आगे नहीं बढ़ पा रहा हूं। माना जा रहा है कि मानसिक तनाव के कारण ही यह कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी को एक वर्ष के लिए नियुक्त किया जाता है। जो सरकार के विभिन्न प्रोजेक्ट को लेकर काम करते हैं। पुलिस हर पहलू से मामले की छानबीन कर रही है। परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।

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