वन महोत्सव : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ई-पौधशाला मोबाइल ऐप लॉन्च किया

वन महोत्सव : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ई-पौधशाला मोबाइल ऐप लॉन्च किया
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वन महोत्सव के अवसर पर प्रदेश की जनता से अपील की कि वे अपने जीवन काल में कम से कम एक पेड़ लगाकर अपने आसपास हरियाली बनाए रखने का संकल्प लें।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 72वें वन महोत्सव के अवसर पर प्रदेश की जनता से अपील की कि वे अपने जीवन काल में कम से कम एक पेड़ लगाकर अपने आसपास हरियाली बनाए रखने का संकल्प लें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकारी नर्सरी से पौधों के मुफ्त वितरण के लिए एक नागरिक-केंद्रित मोबाइल एप्लिकेशन ई-पौधशाला लॉन्च की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए जल शक्ति अभियान के तहत पंचायतों को वितरित किए जाने वाले सभी पौधे और राज्य सरकार की पौधगिरी योजना के तहत बांटे जाने वाले पौधे, इस मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से वितरित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने 'धरोहर' नामक पुस्तिका का भी विमोचन किया जिसमें वन विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी गई है। यह पुस्तक हरियाणा में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और योजना बनाने के लिए नीति निर्माताओं, वन प्रबंधकों, शिक्षाविदों और नागरिकों के लिए बहुत मददगार साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यमुनानगर में आयोजित राज्य स्तरीय वन महोत्सव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा करना हमेशा से राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और पेड़ों के महत्व को समझते हुए हरियाणा को हरा-भरा बनाने के लिए कईं कदम उठाए गए हैं। समारोह में चंडीगढ़ से सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल भी शामिल हुए, जबकि वन मंत्री कंवर पाल जगाधरी से और अन्य राजनीतिक और प्रशासनिक गणमान्य व्यक्ति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने-अपने जिलों से शामिल हुए। इसके अलावा अनेक बच्चों ने भी एजुसेट के माध्यम से मुख्यमंत्री का संबोधन सुना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात का यह मौसम पौधारोपण का सबसे अच्छा समय होता है। इसलिए इस बार 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के अवसर पर प्रदेश में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि धरती की हरियाली सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के वृक्षारोपण अभियान का हिस्सा अवश्य बनें।

मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। मैदानी तथा कृषि प्रधान राज्य होने के कारण हरियाणा में अधिसूचित वन क्षेत्र मात्र 3.52 प्रतिशत है तथा कुल वृक्ष आच्छादित क्षेत्र 3.62 प्रतिशत है। इस प्रकार हमारा कुल वन व वृक्ष आच्छादित क्षेत्र 7 प्रतिशत है। इसे 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना बेहद जरूरी है। यह जिम्मेवारी हम सबकी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वन एवं वन्यजीव और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विशेष योजनाएं लागू की गई हैं।मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि फिलीपींस देश में हर छात्र को अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के लिए 10 पेड़ लगाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी छात्रों को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु बारहवीं के छात्रों को अंतिम मूल्यांकन में कम से कम 10 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान करने की शिक्षा विभाग द्वारा संभावनाएं तलाशी जाएं।

जियो-टैगिंग के लिए जल्द एक ऐप किया जाएगा लॉन्च

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता द्वारा लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग के लिए जल्द ही एक और एप्लीकेशन शुरू की जाएगी। मोबाइल एप्लिकेशन वन विभाग को लगाए गए पेड़ों की हर छह महीने में तस्वीरें लेने में मदद करेगा ताकि उन वृक्षों की देखभाल सुनिश्चित हो सके।उन्होंने कहा कि पौधगिरी अभियान के तहत छठी से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को हर 6 मास में 50 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जो तीन वर्ष तक उनके द्वारा लगाए गए पौधों की देखभाल करते हैं।

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