चंद रुपयों के लिए दोस्ती का कत्ल : बचपन के दोस्त ने युवक को पहले पिलाई शराब, फिर ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम

चंद रुपयों के लिए दोस्ती का कत्ल : बचपन के दोस्त ने युवक को पहले पिलाई शराब, फिर ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
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बहादुरगढ के किला मोहल्ला निवासी बिजेंद्र उर्फ सीनू की हत्या की वारदात का खुलासा हो गया है। दोस्त ने ही साजिश के तहत उसे बुलाया फिर दिल्ली के मुंडका में गला दबाकर हत्या कर दी। इससे पहले उसे खूब शराब पिलाई थी।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

किला मोहल्ला निवासी बिजेंद्र उर्फ सीनू की हत्या की वारदात का खुलासा हो गया है। दोस्त ने ही साजिश के तहत उसे बुलाया फिर दिल्ली के मुंडका में गला दबाकर हत्या कर दी। इससे पहले उसे खूब शराब पिलाई थी। रुपयों के लेनदेन के चलते यह वारदात की गई। पुलिस ने आरोपित दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

20 नवंबर को लापता हुआ बिजेंद्र

दरअसल, किला मोहल्ला ( पालिका कॉलोनी ) का निवासी बिजेंद्र उर्फ सीनू 20 नवंबर की दोपहर को अपने घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। जब काफी समय तक नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। तमाम संभावित ठिकानों पर तलाशा। कहीं न मिलने पर पुलिस को सूचना दी। बहादुरगढ़ सिटी थाने में 23 नवंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

मुंडका में 22 नवंबर को मिला शव

इधर, परिजन और पुलिस अपने-अपने स्तर पर बिजेंद्र की तलाश कर रहे थे, 22 नवंबर की सुबह मुंडका के खेतों में बिजेंद्र का शव मिल चुका था। तब मौके पर पहचान नहीं हो पाई थी तो मुंडका थाना पुलिस ने शव को अस्पताल में रखवा दिया और पहचान के प्रयास शुरू कर दिए। मृतक बिजेंद्र के कपड़ों से पेट्रोल पंप की पर्ची पुलिस को मिली।

पेट्रोल पंप की पर्ची से हुई पहचान

जेब में मिली पर्ची झाड़ोदा के एक फिलिंग स्टेशन की थी। पुलिस इस पंप पर पहुंची। चूंकि पेट्रोल की पेमेंट ऑनलाइन की गई थी तो बिजेंद्र के यूपीआई/खाते की जानकारी निकालने में आसानी हो गई। इस तरह पुलिस बिजेंद्र के घर तक पहुंच गई। फिर दिल्ली पुलिस ने बहादुरगढ़ पुलिस को अवगत कराया। पोस्टमार्टम हुआ तो सामने आया कि बिजेंद्र की गला घोंटकर हत्या की गई थी।

ऐसे हुआ हत्यारोपित का खुलासा

परिजनों ने किसी पर हत्या का शक नहीं जताया था, लेकिन जांच के दौरान ये सामने आया कि हत्या के बाद बिजेंद्र के खाते से एटीएम के जरिये 30 हजार रुपये निकले हैं। इस पर पुलिस उस एटीएम बूथ पर पहुंची, जहां से रुपये निकलवाए गए थे। एटीएम की सीसीटीवी फुटेज चेक की, तो एक शख्स रुपये निकालता नजर आया।

बचपन का दोस्त ही निकला हत्यारा

पुलिस ने वो फुटेज बिजेंद्र के परिजनों को दिखाई। पुलिस ने उसे पहचान लिया। यह शख्स बिजेंद्र का बहुत पुराना दोस्त टीकरी कलां का निवासी विक्रांत निकला। इसके बाद बहादुरगढ़ पुलिस ने विक्रांत को पकड़ने की योजना बनाई। दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। विक्रांत को पुलिस ने दिल्ली क्षेत्र से शुक्रवार को काबू कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने वारदात कुबूल कर ली।

लेनदेन के चलते की गई हत्या

पूछताछ के बाद सामने आया कि विक्रांत ने रुपयों के लेनदेन के चलते बिजेंद्र की हत्या की। विक्रांत ने पूरी योजना के तहत इस वारदात को अंजाम दिया। गत 20 नवंबर को बिजेंद्र को एमआईई चौकी के सामने बुलाया। फिर यहां से दोनों बाइक पर बैठकर मुंडका के खेतों में गए। वहां विक्रांत ने उसको नशे में धुत्त कर दिया। फिर गला दबा दिया।

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