सोनीपत में मिले दुलर्भ प्रजाति के ब्राउन आउल के बच्चे, पक्षी विशेषज्ञ बोले...

सोनीपत में मिले दुलर्भ प्रजाति के ब्राउन आउल के बच्चे, पक्षी विशेषज्ञ बोले...
X
ब्राउन आउल कोई मानव हानि नहीं पहुंचाता है बल्कि चूहों को खाकर किसान की फसल की रक्षा करता है। ब्राउन आऊल कीट पतंगे भी खाता है।

सोनीपत। गोहाना से सटे गांव हसनगढ़ में बुधवार को दुलर्भ प्रजाति के ब्राउन आउल (भूरे रंग के उल्लू) के 3 बच्चे मिले। पक्षी के ये बच्चे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में सहायक तकनीकी प्रबंधक (एटीएम) मुकेश कुमार के घर की पिछली तरफ एक ग्रामीण के घेर में बने चारे के कमरे के बाहर पड़े हुए थे। इस पर मुकेश कुमार ने पक्षी विशेषज्ञों को सूचित किया।

एटीएम मुकेश कुमार के मकान की पिछली तरफ एक ग्रामीण का घेर है। घेर में पशुओं के चारे का एक कमरा बना हुआ है। बुधवार को मुकेश कुमार को इस चारे के कमरे के बाहर एक दुलर्भ प्रजाति के पक्षी के 3 बच्चे मिले। तीनों बच्चे कमरे के बाहर निसहाय अवस्था में थे। इसके बाद मुकेश कुमार ने पक्षी के बच्चों की सुरक्षा के लिए वन रक्षक प्रवीन से सम्पर्क किया। इसके बाद जिला झज्जर के गांव डीघल से डॉ. राकेश अहलावत को सूचित किया गया। सूचना मिलने पर वे मौके पर एटीएम के घर पहुंचे और पक्षियों की जांच की।

विशेषज्ञ के अनुसार तीनों बच्चे एक दुलर्भ प्रजाति के ब्राउन आउल के हैं। एक बच्चे का वजन करीब 250 से 350 ग्राम है। ब्राउन आउल कोई मानव हानि नहीं पहुंचाता है बल्कि चूहों को खाकर किसान की फसल की रक्षा करता है। ब्राउन आउल कीट पतंगे भी खाता है। पक्षी के बच्चों को देखने के लिए गांव के सरपंच सुरेश कुमार, जोगेंद्र, सोनू, सुरेश और रामकंवार सहित अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे।

Tags

Next Story