सिटी बस सर्विस बंद : बहादुरगढ़ मे थ्री-व्हीलर और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी से यात्री परेशान

सिटी बस सर्विस बंद : बहादुरगढ़ मे थ्री-व्हीलर और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी से यात्री परेशान
X
नए से पुराने अड्डे तक इसका किराया महज पांच रुपये तय किया गया। इस सुविधा का यात्रियों को काफी लाभ हुआ, लेकिन कुछ समय बाद यह सेवा बंद कर दी गई। इसका लाभ उठाते हुए ऑटो, ई-रिक्शा चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।

बहादुरगढ़ में नए से पुराने बस अड्डे तक शुरू की गई सिटी बस सर्विस बंद हो चुकी है। इसका लाभ उठाते हुए ऑटो, ई-रिक्शा चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। इस वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। लोगों ने सवारी वाहन चालकों की मनमानी पर रोक लगाने तथा सिटी बस सर्विस पुन: चालू करने की मांग उठाई है।

दरअसल, अगस्त माह में जब नया बस अड्डा चालू हुआ तो यात्रियों की सुविधा के लिए सिटी बस सर्विस शुरू की गई थी। नए से पुराने अड्डे तक इसका किराया महज पांच रुपये तय किया गया। इस सुविधा का यात्रियों को काफी लाभ हुआ, लेकिन कुछ समय बाद यह सेवा बंद कर दी गई। प्रबंधन का तर्क है कि सवारियां कम रहती हैं। अधिकांश सवारियां ऑटो, ई-रिक्शा से आती-जाती हैं। इसलिए सेवा बंद करनी पड़ी है। वहीं दूसरी तरफ देखें तो यह सुविधा बंद होने के बाद अक्सर सवारियां किराये को लेकर ऑटो चालकों से उलझती नजर आती हैं। यात्रियों को इस सर्विस के बंद होने से परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस परेशानी की वजह ऑटो, ई-रिक्शा चालकों की मनमानी है। अधिकतर चालकों द्वारा मन माफिक कराया मांगा जा रहा है। मजबूरीवश यात्रियों को किराया देना भी पड़ता है।

जाखोदा के निवासी राजेश का कहना है कि नए से पुराने अड्डे तक आने-जाने के लिए ऑटो, ई-रिक्शा चालक कभी 20 तो कभी 30 रुपये किराया (एक तरफा) मांगते हैं। इस मनमानी पर रोक लगनी चाहिए और दस रुपये किराया तय किया जाना चाहिए। सिटी बस भी सर्विस पुन: चालू की जाए। सतपाल ने कहा कि बहादुरगढ़ में लंबे समय से सिटी बस सर्विस चालू करने की चर्चाएं चल रही हैं। इसके लिए रुपये खर्च करके कई जगह सिटी बस क्यू शेल्टर भी बनाए गए। शहर के लिए न सही, कम से कम नए से पुराने अड्डे के लिए तो सिटी बस सर्विस चालू होनी ही चाहिए ताकि लोगों की परेशानी न हो। सवारी वाहन चालकों को भी लोगों की मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए। उचित किराया लेना चाहिए। उधर, बस अड्डे के एसएस सतीश कुमार ने कहा कि यात्रियों की संख्या कम हुई तो बस सुविधा बंद करनी पड़ी। मनमानी करने पर ऑटो, रिक्शा चालकों को हिदायत दी गई थी। इसके बाद उन्होंने किराया निर्धारित किया तो अब ज्यादा समस्या नहीं है।

Tags

Next Story