नगरपालिका चुनाव को लेकर जजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प, जानें पूरा मामला

नगरपालिका चुनाव को लेकर जजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प, जानें पूरा मामला
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जजपा के हलकाध्यक्ष राजू ढुल पाई ने प्रशासन को पूंडरी में नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव एक महीने के अंदर करवाने का एल्टीमेटम दिया हुआ था और ना करवाने पर 13 जून को पालिका गेट को ताला लगाने की चेतावनी दी थी।

हरिभूमि न्यूज : पूंडरी ( कैथल )

नगरपालिका पूंडरी में चेयरमैन पद के लिए चुनाव करवाने को लेकर जजपा पार्टी के कार्यकर्ता और प्रशासन आमने-सामने हो गए हैं। जजपा के हलकाध्यक्ष राजू ढुल पाई ने प्रशासन को नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव एक महीने के अंदर करवाने का एल्टीमेटम दिया हुआ था और ना करवाने पर 13 जून को पालिका गेट को ताला लगाने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद सोमवार सुबह राजू ढुल के नेतृत्व में जजपा कार्यकर्ता जलूस के रूप में नगरपालिका में जाने लगे। पुलिस ने पालिका गेट से लगभग 50-50 मीटर की दूरी पर बेरिकेट लगाए हुए थे। हर स्थिति से निपटने के लिए डीएसपी रविंद्र सांगवान व चौकी इंचार्ज शमशेर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद थे।

प्रदर्शन करने वालों को पुलिस ने पालिका कार्यालय में ना जाने देकर बेरिकेट पर ही रोक लिया। जिसके बाद जजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में काफी कहासुनी और मामूली झड़प भी हुई। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब-तहसीलदार जोगिंद्र धनखड़ व डीएसपी रविंद्र सांगवान ने जजपा कार्यकर्ताओं को समझाया कि वे कानून को अपने हाथ में लेकर ताला नहीं लगा सकते, अगर उन्हें विरोध करना है तो वे शांतिपूर्ण तरीके से कहीं भी बैठकर कर सकते हैं। जजपा कार्यकर्ता राजू ढुल के नेतृत्व में पालिका गेट पर ताला लगाने की जिद्द पर अड़े रहे और बेरिकेट हटाने की कोशिश करने लगे। जिसके बाद पुलिस जवानों व कार्यकर्ताओं में मामूली झड़प भी हुई। जिसके बाद डीएसपी रविंद्र सांगवान ने उन्हें समझाया कि उनमें से पांच लोग पालिका कार्यालय में जाकर अपना मांग पत्र या विरोध दर्ज करवा सकते हैं। स्थिति बिगड़ती देख मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उनकी बात पालिका अधिकारी सीटीएम से फोन पर बात करवाई। जिसके आश्वासन के बाद जजपा कार्यकर्ता शांत हुए और एक महीने का समय देते हुए वहां से चले गए।

कानून हाथ में नहीं लेने देंगे : डीएसपी

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने कहा कि प्रजातंत्र में विरोध करने का सभी को अधिकार है, लेकिन कानून के दायरे में। कानून किसी को हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहले से ही प्रबंध किया हुआ था। पालिका गेट को ताला नहीं लगाने दिया जा सकता था। जिसके लिए पहले ही बेरिकेट लगाकर प्रदर्शन करने वालों को रोका गया और समझाया गया कि ऐसा करना उनका सरासर गलत है, कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी।

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