दादी जी की लाइब्रेरी में चल रही बच्चों की कक्षा, नि:शुल्क सीख रहे पढ़़ाई के आसान तरीके

दादी जी की लाइब्रेरी में चल रही बच्चों की कक्षा, नि:शुल्क सीख रहे पढ़़ाई के आसान तरीके
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रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास में बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने व आसान तरीके समझाने के लिए दादा जी की लाइब्रेरी में बच्चों की कक्षाएं चल रही है।

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी

रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास में बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने व आसान तरीके समझाने के लिए दादा जी की लाइब्रेरी में बच्चों की कक्षाएं चल रही है। स्वर्गीय प्रोफेसर देवेंद्र व कमला यादव की स्मृति में शुरू की गई लाइब्रेरी में सहारनवास सहित आस-पास के गांवों के बच्चंे कंप्यूटर सहित विभिन विषयों की नि:शुल्क शिक्षा ले रहे हैं। लाइब्रेरी में समय-समय पर अलग-अलग विषयों के शिक्षक बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास कर रहे है।

इसी कड़ी में पाली में प्रोफेसर आरती ने लाइब्रेरी में पहुंचकर बच्चों का उत्साहवर्धन व मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर अपने गांव के हर बेटा व बेटी के साथ अध्ययन के विशेष तरीके अपनाकर जीवन में कामयाब और देश का बेहतरीन नागरिक बनने का रिकॉर्ड बनाएंगे। डॉ पूनम यादव ने कहा कि 'दादा जी की लाइब्रेरी गांव के सहयोग से चलाई जा रही है।क्योंकि अभिभावकों के सहयोग के बिना बाल विकास के लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता है। गांव की बेटी ज्योति ने कहा कि बच्चों को अक्सर अपनी सिलेबस की किताब से पढ़ी जानकारी परीक्षाओं तक याद नहीं रह पाती हैं।

यदि किताब की द्वी आयामी जानकारी को हम त्री आयामी ऑब्जेक्ट से समायोजित कर लें तो मनुष्य का मस्तिष्क उसे स्वत: स्टोर कर लेता है। छात्र साहिल, अरुण, हर्ष ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से वे लाइब्रेरी में मैमरी चार्ट बनाने का अभ्यास कर रहे हैं। सोमवार को प्रोफेसर आरती ने सभी बच्चों का प्रोत्साहित करते हुए ईनाम वितरित किए। उन्होंने कहा हम स्कूलों में फर्स्ट, सेकेंड व थर्ड निकालकर बच्चों व उनके अभिभावकों में हीन भावना पैदा करते हैं,जो किसी गोली के घाव से कम दर्दनाक नहीं। हमें इस परंपरा से ऊपर उठकर सोचना चाहिए व इस भ्रांति को दूर करने के लिए सभी बच्चों का प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि उनमें हीन भावना ना पनपकर बुद्धिमता का विकास हो सकें।

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