पराली जलने से दमघोटू हुई आबोहवा, डीसी ने नंबरदारों को किया सस्पेंड, ग्राम सचिव व पटवारी चार्जशीट

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद
धान की पराली जलाने के मामले में दोषी पाए जाने पर फतेहाबाद जिला प्रशासन ने दो नंबरदरों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया वहीं एक पटवारी व एक ग्राम सचिव पर कार्यवाही के लिए हरियाणा सिविल सेवा नियम 8 के तहत नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा जिला प्रशासन ने एक शस्त्र लाइसेंस धारक को भी नोटिस जारी किया है। बता दें कि जिेले में फसल अवशेष प्रबंधन बारे किसानों को जागरूक करने के लिए प्रशासन द्वारा टीमें गठित की गई है। इन टीमों में ग्राम स्तर पर इंफोर्समेंट व मॉनिटरिंग टीमों का भी गठन किया गया है जो लगातार निगरानी कर रही है। जिले में अब तक हरसेक के सैटेलाइट द्वारा फसल अवशेषों में आगजनी की 442 लोकेशन प्राप्त हुई हैं। इस पर 156 किसानों के चालान कर उनसे 3 लाख 57 हजार 500 रुपये की राशि वसूली गई है वहीं 177 किसानों को नोटिस जारी किए गए हैं।
शुक्रवार को जिलाधीश जगदीश शर्मा ने गांव मुंदलिया के दोनों नंबरदारों नसीब सिंह व बिकर सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों नंबरदारों पर आरोप है कि उन्होंने अपने गांव में पराली की आगजनी की रोकथाम में जिला प्रशासन का सहयोग नहीं किया। उपायुक्त ने जाखल खंड के ग्राम सचिव जार्जदीप को भी ड्यूटी मेें लापरवाही बरतने पर हरियाणा सिविल सेवा दंड एवं अपील नियमावली 2016 के नियम 8(4ए) के तहत नोटिस जारी कर 15 दिन में अपना लिखित जवाब देने का आदेश दिया है। इसी प्रकार से हल्का मुंदलिया के पटवारी हिमांशु को हरियाणा सिविल सेवा दंड एवं अपील नियमावली 2016 के नियम 8 के तहत नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया है कि उन्होंने सरकारी ड्यूटी में लापरवाही बरती है। जिलाधीश ने गांव भोड़ी निवासी बलवंत सिंह पुत्र उजागर सिंह को अपने खेत में पराली के अवशेषों को जलाने का दोषी पाए जाने पर उसके शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने बारे कारण बताओ नोटिस जारी किया है और तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने के आदेश दिए है।
गौरतलब है कि दीवाली के बाद से जिले में पराली जलाने की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वीरवार देर शाम को तो शहर में हालात इतने बदत्तर हो गए थे कि पूरे शहर को धुंए ने अपनी चपेट में लिया हुआ था। किसी काम से घरों से बाहर निकलने वाले लोगों की आंखों में जलन हो रही थी। लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया था। स्मॉग के चलते शुक्रवार सुबह भी वही हालात रहे। दिनभर स्मॉग के चलते शहर में धुंआ-सा छाया रहा और सूर्यदेव के दर्शन तक नहीं हुए। शुक्रवार को फतेहाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 390 को पार कर गया, जोकि बेहद खतरनाक माना गया है। ऐसे में दिल्ली के बाद हरियाणा में भी स्कूलों में प्राइमरी कक्षाओं तक अवकाश की मांग उठने लगी है। डीसी की आज हुई कार्यवाही के बाद उम्मीद है कि अधिकारी अपने कर्तव्य का इमानदारी का पालन करेंगे और पराली जलाने की घटनाओं में कमी आएगी।
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