हरियाणा में बिजली संकट को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से मिले सीएम खट‍्टर, निकला यह समाधान

हरियाणा में बिजली संकट को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से मिले सीएम खट‍्टर, निकला यह समाधान
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बिजली की मांग और सप्लाई में 2000 मेगावाट का अंतर हरियाणा में है, पहले खुली मार्केट में खरीद सकते थे, लेकिन केंद्र ने तय कर दिया है कि बिजली खुले बाजार में 12 रुपए से ज्यादा प्रति यूनिट नहीं खरीद सकते।

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल दिल्ली पहुंचे, उनके साथ में इस दौरान गृहमंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे। दोनों ने लाल किले का दौरा कर म्यूजियम देखा। अंबाला छावनी में बन रहे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के शहीद स्मारक में इस्तेमाल होने वाली तकनीक को लेकर ब्योरा लिया। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डाक्टर अमित कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे।

बिजली की किल्लत पर केंद्रीय मंत्री से की चर्चा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिल्ली पहुंचे औऱ बिजली संकट को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से चर्चा की है। सीएम ने बिजली संकट का मामला केंद्रीय मंत्री के सामने रखते हुए इसके समाधान को लेकर बातचीत की है। बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बिजली की मांग और सप्लाई में 2000 मेगावाट का अंतर हरियाणा में है, पहले खुली मार्केट में खरीद सकते थे, लेकिन केंद्र ने तय कर दिया है कि बिजली खुले बाजार में 12 रुपए से ज्यादा प्रति यूनिट नहीं खरीद सकते। अडानी ग्रुप के साथ में हुए समझौते में दिक्कत आ रही थी, वह बिजली हमारी बंद हो गई थी, उनसे हमारी बातचीत हो गई है। एक तारीख से 500 मेगावाट की बिजली वह रिस्टोर करेंगे, आने वाले दस दिनों के बाद 5 सौ मेगावाट की बिजली और रिस्टोर होगी, उम्मीद है 15 मई से पहले हरियाणा में बिजली की दिक्कत ठीक हो जाएगी।

सीएम ने कहा कि अडानी ग्रुप की ओर से बिजली पुराने रेटों पर दी जाएगी और कुछ टेक्निकल विषयों की वजह से झगड़े की बातें हुई थी। इंपोर्टेड कोयले और डोमेस्टिक कोयले दोनों ही कोयले से हम पावर लेते थे। इंपोर्टेड कोयले के रेट ज्यादा बढ़ गए हैं, जिस वजह से अडानी ज्यादा रेट मांग रहे थे क्लोज में ऑप्शन है कि इंपोर्टेड कोयले के पासआन किया जा सकता है, लेकिन हमने पासआन करने से मना कर दिया है। हम डोमेस्टिक कोयले से बिजली लेंगे, इंपोर्टेड कोयले से बिजली हमें ज्यादा महंगी पड़ती है, 70 फीसदी डोमेस्टिक कोयले से बिजली मिलती है। एक दूसरी कंपनी ने 5 .70 पैसे का रेट कोटेशन किया है, उस कंपनी से भी बातचीत चल रही है, उस पर विचार चल रहा है। तीन साल के लिए बिजली देने की बात उन्होंने कही है अगर उनसे सस्ती कहीं और बिजली मिल गई तो वो लेंगें।

समझौते पर मुख्यमंत्री ने पूर्व की हुड्डा सरकार पर साधा निशाना

अदानी ग्रुप के साथ समझौता कांग्रेस सरकार ने 15 साल पहले किया था, उस समझौते में कमियां उस सरकार ने छोड़ी थी जिसका लाभ अडानी ग्रुप उठा रहा है। कांग्रेस सरकार ने इस समझौते में कई कमियां की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान क्या क्या हुआ यह सभी जानते हैं। जितने ज्यादा आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चलेगा, उतना ही ज्यादा कांग्रेस की पोल खुल जाएगा। मात्र हरियाणा ही नहीं बल्कि दूसरे राज्य में बिजली का ज्यादा संकट है, हरियाणा में दूसरे राज्यों की तुलना में बिजली की स्थिति बेहतर है। हमने जनता से अपील की है, कुछ घोषित कट लग रहे हैं, जनता सहयोग कर रही है। सीएम ने कांग्रेस में हुए बदलाव को लेकर कहा कि कांग्रेस का इतिहास सब जानते हैं, सब को भगवान सद्बुद्धि दे, एक अध्यक्ष, चार कार्यकारी अध्यक्ष पता नहीं, कांग्रेस कैसे चलेगी?

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