सड़क व रेल की कनेक्टिविटी पर सीएम ने लिए फैसले, पढ़े क्या-क्या

सड़क व रेल की कनेक्टिविटी पर सीएम ने लिए फैसले, पढ़े क्या-क्या
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सीएम मनोहर लाल (Manohar Lal) ने कहा कि झज्जर से नारनौल के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी और इससे दक्षिण हरियाणा में विकास के नए युग का सूत्रपात होगा। 85 किलोमीटर लम्बी यह रेलवे लाइन उत्तर हरियाणा व दक्षिण हरियाणा को जोड़ेगी तथा पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और नंगलचौधरी में स्थापित किए जा रहे एकीकृत मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब को भी जोड़ेगी।

चंडीगढ़। सडक़ व रेल तंत्र कनेक्टिविटी में निरन्तर सुधार की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) की सोच को हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड ने चरणबद्घ तरीके से मूर्त रूप देने की शुरुआत कर दी है।

हरियाणा में हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने आज यहां इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर हरियाणा सरकार ने रेलवे के साथ समझौता कर हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के नाम से एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया है जिसके माध्यम से हरियाणा में सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विभिन्न रेलवे प्रोजेक्ट क्रियान्वित किए जा रहे हैं।

एसीएस अरोड़ा ने बताया कि पलवल से सोनीपत तक हरियाणा ऑरबिट रेल कॉरिडोर की 121.742 किलोमीटर लंबी दोहरी विद्युतीकरण ब्रॉड गेज लाइन की केन्द्र से स्वीकृति के उपरांत अब निगम ने रेलवे की दो नई परियोजनाएं नामत: झज्जर-कोसली-कनीना-नारनौल नई रेलवे लाइन के व्यवहार्यता अध्ययन तथा कैथल शहर में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर केन्द्र सरकार को अनुमोदनार्थ प्रेषित किया है।

उन्होंने बताया कि झज्जर से नारनौल के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी और इससे दक्षिण हरियाणा में विकास के नए युग का सूत्रपात होगा। 85 किलोमीटर लम्बी यह रेलवे लाइन उत्तर हरियाणा व दक्षिण हरियाणा को जोड़ेगी तथा पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और नंगलचौधरी में स्थापित किए जा रहे एकीकृत मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब को भी जोड़ेगी।

एसीएस अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के निदेशक मंडल ने दोनों प्रस्तावों को 9 सितंबर को स्वीकृति प्रदान कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इन्हें अनुमोदित करवाने उपरांत केन्द्र सरकार को भेजने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि रोहतक के बाद कैथल हरियाणा का ऐसा दूसरा शहर होगा जहां पर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कैथल शहर में यातायात दबाव को कम करने के लिए कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर यह एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा जिसकी कुल लंबाई लगभग 3.89 किलोमीटर होगी तथा इसकी 191.73 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है ।

यह कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर मौजूद कैथल सिटी में 3 नंबर की क्रॉसिंग (एलसी 33 सी, 34 ए और 34 बी) को समाप्त करने में सक्षम होगी। इस कार्य को रेलवे के मौजूदा आरओडब्ल्यू के भीतर निष्पादित किया जाएगा और कोई भी भूमि अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। मौजूदा कैथल हॉल्ट स्टेशन पर भी यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाया जाएगा। इस एलिवेटेड रेलवे लाइन के निर्माण से लंबे समय से चली आ रही शहर के लोगों की मांग को भी पूरा किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि गत दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में गठित आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने 5617.69 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की हरियाणा ऑरबिट रेल कॉरिडोर परियोजना को स्वीकृति प्रदान की थी। अब हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड ने कैथल शहर की 191.73 करोड़ रुपये की तथा झज्जर-नारनौल नई रेलवे लाइन के व्यवहार्यता अध्ययन करने की दो और नई परियोनजाएं केन्द्र सरकार को भेजी हैं।

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