दो बार फीस भर चुके विद्यार्थियों को चेक से पैसे वापस लौटाएगा कॉलेज प्रशासन

दो बार फीस भर चुके विद्यार्थियों को चेक से पैसे वापस लौटाएगा कॉलेज प्रशासन
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छात्रों काे पैसों का चेक कॉलेज द्वारा दिया जाएगा। यह पैसा महाविद्यालयों को उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा पैसा दिया जाएगा। क्योंकि ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में शिक्षा विभाग के खाते में ही पैसे जमा होते हैं।

पंकज भाटिया : रोहतक

एक बार से ज्यादा फीस भर चुके द्वितीय व तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को उनके रुपये चेक के माध्यम से वापिस लौटाए जाएंगे। छात्रों काे पैसों का चेक कॉलेज द्वारा दिया जाएगा। यह पैसा महाविद्यालयों को उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा पैसा दिया जाएगा। क्योंकि ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में शिक्षा विभाग के खाते में ही पैसे जमा होते हैं।

यहां बता दें कि द्वितीय व तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को फीस ऑनलाइन जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए थे।ये सुविधा केवल सरकारी कॉलेज के छात्रों के लिए थी। ऐसे में कई विद्यार्थियों ने जब फीस के पैसे जमा करवाए तो गेटवे ईशू या तकनीकी खराबी के कारण फीस पेंडिग दर्शाई गई। जिसके बाद उन्होंने दोबारा पैसे ट्रांसफर किए तो दो बार खाते से पैसे कट गए। अब ऐसे विद्यार्थियों को पैसे वापस दिए जाएंगे।

ऐसे होगी फीस रिफंड

जिन विद्यार्थियों के खाते से पैसे फीस जमा करवाते समय दो बार कट गए, ऐसे छात्रों को अब पैसे वापिस दिए जाएंगे। किस कॉलेज में कितने विद्यार्थियों ने दो बार फीस जमा करवाई है ऐसे छात्रों की सूची कॉलेज के ईआरपी पोर्टल पर उपलब्ध है। अब महाविद्यालय प्रबंधन ऐसे छात्रों को फीस चेक के जरिए वापिस करेगा और पोर्टल पर फीस रिफंड का चेक स्कैन करके संलग्न भी करेगा।

दाखिलों के लिए वेरिफिकेशन

पीजी कोर्सेज में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की वेरिफिकेशन जारी है। 13 दिसंबर तक आवेदनकर्ताओं के डाक्यूमेंट वेरीफाई कर ऑबजेक्शन यानी उनके दस्तावेजों में कोई कमी है या कोई डाक्यूमेंट नहीं लगाया है वह उस विद्यार्थी को मैसेज व मेल के जरिए बताया जाएगा। ताकि छात्र कॉलेज को दस्तावेज उपलब्ध करवाएं। वहीं 17 दिसंबर को पहली ओपन लिस्ट जारी होगी। यहां बता दें कि 10 दिसंबर पीजी में दाखिलों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि थी। वहीं जिन कॉलेज में प्रथम वर्ष के किसी कोर्स में खाली सीट रह गई थी, उसमें दाखिला लेने की 12 दिसंबर आखिरी तिथि थी। शनिवार को विद्यार्थियों ने उच्चतर शिक्षा विभाग की साइट पर जाकर ये देखा कि किन महाविद्यालयों में कितनी सीटें खाली हैं। इसके बाद छात्र कॉलेज पहुंचे और ये जाना कि किस कोर्स में सीट खाली है और दाखिला लिया। वहीं कॉलेज प्रबंधन ने सभी दस्तावेज जांचने के बाद विद्यार्थियों को दाखिला दिया।

कॉलेज आकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी कम

गत 16 नवंबर से महाविद्यालयों में कक्षाएं लग रही हैं। लेकिन कॉलेज आकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है। इससे पहले केवल ऑनलाइन कक्षाएं ही लग रही थी। अब ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इसको लेकर उच्चतर शिक्षा विभाग ने कक्षाओं का शैड्यूल जारी किया था। साथ ही महाविद्यालयों को दिशा निर्देश जारी किए थे कि कोरोना से बचाव के लिए सभी नियमों का पालन करवाना सुनिश्चित करें। कॉलेज एंट्री से पहले सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। इतना ही नहीं छात्र पानी की बोतल भी घर से ही ला रहे हैं। वहीं बिना मास्क किसी भी विद्यार्थी को कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जा रहा।

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