हरियाणा सेहत विभाग की तर्ज पर होगा मेडिकल कॉलेजों का काॅमन कैडर, वर्षों से प्रतीक्षा वाले कर्मियों के लिए राहत भरी खबर

- सेहत और गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य सेहत विभाग, हरियाणा मेडिकल एजूकेशन एवं रिसर्च विभाग, नेशनल हेल्थ मिशन एमडी सभी अफसरों के साथ में चिंतन मंथन किया है। जिसमें सभी की एक ही राय बनी है कि विभाग के इन सभी नियमित कर्मियों का एक ही काॅडर होना चाहिए।
योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़
हरियाणा में अलग-अलग रास्तों, ढर्रे पर चल रहे सभी मेडिकल कालेजों में आने वाले वक्त में एक ही कामन कैडर होगा, ताकि पारदर्शी व्यवस्था व एकरूपता बनी रहे। अभी राज्य के सेहत मंत्री अनिल विज और विभाग मेडिकल एजूकेशन विभाग के आला अफसरों को कईं तरह की चुनौतियां पेश आ रही हैं। अलग-अलग नियमों औऱ सेवा शर्तों पर चल रहें राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में पारदर्शिता, एक जैसे सर्विस नियम बनाने की कवायद शुरु हो गई है।
सेहत मंत्री अनिल विज चाहते हैं कि जिस तरह से राज्य सेहत विभाग में पहले से ही एक जैसे सर्विस रुल्स और ट्रासफर पोस्टिंग की व्यवस्था बनी हुई है। ठीक उसी तर्ज पर विभिन्न मेडिकल कॉलेजों सभी में कामन कैडर ना होने के कारण तमाम चुनौतियां पेश आ रही हैं। आए दिन डेपूटेशन के लिए धक्के खाने वाले कर्मियों को इधर-से उधर करने में कोई परेशानी नहीं हो। इतना ही नहीं जरूरत के हिसाब से कर्मियों, अफसरों को इधर से उधर भेजा जा सके।
बताया गया है कि इस क्रम में सूबे के सेहत और गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य सेहत विभाग, हरियाणा मेडिकल एजूकेशन एवं रिसर्च विभाग, नेशनल हेल्थ मिशन एमडी सभी अफसरों के साथ में चिंतन मंथन किया है। जिसमें सभी की एक ही राय बनी है कि विभाग के इन सभी नियमित कर्मियों का एक ही काॅडर होना चाहिए, इस तरह की व्यवस्था नहीं होने के कारण कईं बार कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव होता है। दूसरा कईं मेडिकल कॉलेज में स्टाफ भेजने और वहां से शिफ्ट करने में बेहद दिक्कत आती है।
सूत्र बताते हैं कि इस क्रम में मनोहर लाल सरकार पार्ट वन से ही सेहत मंत्री सभी मेडिकल कालेजों के लिए एक कैडर बनाने के पक्षधर रहे हैं, इसके लिए एक प्रस्ताव भी उसी वक्त का तैयार है, लेकिन कईं कारणों से सिरे नहीं चढ़ सका था। हरियाणा के सेहत और गृृह मंत्री ने उस प्रस्ताव को एक दिसंबर की बैठक में रखने को कहा है। इस दिन मंत्रीमंडल की मुहर लगाए जाने की पूरी पूरी उम्मीद है।
पीजीआई में होंगे एक जैसे नियम
पीजीआई रोहतक सहति बाकी सभी मेडिकल कालेजों में एक जैसे नियम कानून हों और एक दूसरे से तबादले इनमें किए जा सकें, इस दिशा में जल्द ही केबिनेट की मुुहर लगेगी, बाद में यह मामला हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बिल के तौर पर लाया जाएगा, सदन की मुुहर लगने के साथ ही राज्य के सभी पीजीआई और मेडिकल में आने जाने के रास्ते खुल जााएंगे, जिस तरह से चंडीगढ़ पीजीआई और बाकी अस्पतालों में नियम बनाए हुए हैं। कुल मिलाकर जैसे जैसे नए मेडिकल कालेज खुल रहे है, इसके साथ ही पुराने भी पहले से काम कर रहे हैं, इन पर एक मानीटरिंग और पारदर्शी व्यवस्था के लिए इस तरह का कदम उठाया जा रहा है।
पारदर्शी व्यवस्था और कर्मियों को मिलेगी राहत : विज
हरियाणा के सेहत और गृह मंत्री अनिल विज का पूछे जाने पर कहना है कि सभी मेडिकल कालेजों में एक जैसे सर्विस रुल्स नहीं होने कईं तरह की भिन्ननता होने के कारण कईं चुनौतियां हमे रोजमर्रा के कामकाज में पेश आती है। इसको ध्यान में ऱखते हुए हम एक कामन कैडर तैयार करने का निर्देश दिया है, जिससे आए दिन के कामकाज में काफी सहूलियत रहेगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS