माइनिंग करते हुए हरियाणा से बॉर्डर पार कर गई कंपनी, UP में कर दिया खनन, हो गया हंगामा

माइनिंग करते हुए हरियाणा से बॉर्डर पार कर गई कंपनी, UP में कर दिया खनन, हो गया हंगामा
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इसका पता जब यूपी प्रशासन को लगा तो मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए खनन कंपनी के कारिंदों को खदेड़ दिया। मौके पर बागपत के एसपी नीरज कुमार भी पहुंच गए थे।

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत

टिकोला गांव में खनन कर रही एक कंपनी खनन करते हुए सीमा पार कर गई और यूपी की सीमा में जाकर खनन शुरू कर दिया। इसका पता जब यूपी प्रशासन को लगा तो मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए खनन कंपनी के कारिंदों को खदेड़ दिया। मौके पर बागपत के एसपी नीरज कुमार भी पहुंच गए थे। मजे की बात ये है कि ये वो ही आनंद सिंह एंड कंपनी है, जिसने सोनीपत की सीमा में यमुना पर अवैध रूप से अस्थाई पुल बना रखा है और इस पुल को हटाने के लिए सोनीपत प्रशासन व सिंचाई विभाग को एक अदद ड्यूटी मेजिस्ट्रेट नहीं मिल रहा। सिंचाई विभाग और प्रशासन की मेहरबानी के चलते इस अवैध पुल का कंपनी द्वारा धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है।

यमुना में खनन कंपनियों को अलग-अलग जगहों पर निर्धारित शर्तों पर खनन की अनुमति दी गई, लेकिन कुछ कंपनियां लगातार खनन के नियमों को धत्ता साबित कर रही है। इस खेल में अधिकारियों पर भी लगातार कार्रवाई से टलने के आरोप लगे हैं। हाल ही में टिकोला के प्वाइंट-2 पर माइनिंग की अनुमति लेकर आई आनंद सिंह एंड कंपनी ने अवैध रूप से यमुना में पुल ( कच्चा रास्ता ) बना डाला, जिस पर कंपनी के खिलाफ मुरथल थाना में मामला भी दर्ज करवाया गया था, लेकिन सिंचाई विभाग की कार्रवाई केवल मुकद्दमा दर्ज करवाने तक ही सिमट गई, जबकि बाद में पूरे मामले में लीपापोती की कोशिश की गई।

नतीजा यह रहा कि अब पुल को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई और अब सिंचाई विभाग कंपनी के पास परमिशन होने की बात कह रहा है, लेकिन सवाल यह है कि क्या पुल निर्माण में एनजीटी के नियमों का ध्यान रखा गया है। वहीं, मंगलवार को खनन कंपनी ने नियमों को ताक पर रखते हुए यूपी के क्षेत्र में खनन करने का प्रयास किया, जिस पर दोनों पक्षों में काफी देर तक हंगामा हुआ। बाद में बागपत प्रशासन व पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा और वहां से खनन कंपनी के कारिंदों को खदेड़ दिया।

अब प्रपोजल आ गया है, इसलिये कार्रवाई नहीं की : सिंचाई विभाग

सिंचाई विभाग के एस.ई. राजेंद्र कुमार का कहना है कि खनन विभाग की ओर से यमुना में अस्थायी पुल के लिए उनके पास प्रपोजल आ गया है। इसलिए कार्रवाई नहीं की गई। सिंचाई विभाग तो केवल पानी का बहाव न रुके, यह देखता है। कंपनी कहां तक और किस तरह खनन करेगी, यह खनन विभाग देखता है।

फोटो 26 एसएनपी 19.

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