बहादुरगढ़ में बिल्डर को धमकी के बाद बढ़ी कारोबारियों की चिंता

बहादुरगढ़ में बिल्डर को धमकी के बाद बढ़ी कारोबारियों की चिंता
X
हाल ही में बहादुरगढ़ की एचएल सिटी के निदेशक राकेश जून से रंगदारी मांगने के मामले में मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद जेल में बंद नामी बदमाश काला जठेड़ी और अनिल छिपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

यूं तो कानून और व्यवस्था हमेशा से ही चुनौतीभरा दायित्व है। लेकिन बीते कुछ समय से हरियाणा पुलिस को एनसीआर इलाके में बढ़ रहे अपराध के कारण तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है। हाल ही में बहादुरगढ़ की एचएल सिटी के निदेशक राकेश जून से रंगदारी मांगने के मामले में मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद जेल में बंद नामी बदमाश काला जठेड़ी और अनिल छिपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

दरअसल, एचएल सिटी के निदेशक राकेश जून के मोबाइल पर शनिवार 2 अप्रैल की शाम को एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉलर ने स्वयं का परिचय काला जठेड़ी के रूप में देते हुए पैसों की मांग की। इसके बाद अगले दिन 3 अप्रैल को राकेश जून के पास अनिल छिपी का फोन आया। अनिल ने भी पैसे देने की बात की। हालांकि दोनों में से किसी ने इस रकम को लेकर खुलासा नहीं किया। दोनों में करीब 10 मिनट बात हुई। इस दौरान दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रोहतक के कारौर गांव निवासी अनिल ने भी माना कि पहले दिन आया फोन सोनीपत के गांव जठेड़ी निवासी संदीप उर्फ काला ने किया था, जो फरीदाबाद जेल में बंद है।

इस पर सदर थाना पुलिस ने राकेश जून की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस फरीदाबाद जेल से काला जठेड़ी व तिहाड़ जेल ने अनिल छिपी को लेकर आई। अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए 7 दिन का रिमांड लिया गया है। इस दौरान यह भी पता चला है कि एचएल सिटी में सुरक्षा गार्ड का काम कर चुका एक व्यक्ति जेल में जब इन गिरोह सरगना के संपर्क में आया तो उसने राकेश जून की ऊंची हैसियत के बारे में इन्हें बताया और इसके बाद यह रंगदारी की कॉल की गई। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए पूरी सख्ती से काम किया जा रहा है। लेकिन इस घटना के बाद से ही इलाके के व्यापारी, कारोबारी, उद्यमी ही नहीं आमजन भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

Tags

Next Story