हरियाणा में बदलेगी तालाबों की हालत, एक मई को सीएम मनोहर करेंगे इस योजना का शुभारंभ

हरियाणा में बदलेगी तालाबों की हालत, एक मई को सीएम मनोहर करेंगे इस योजना का शुभारंभ
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एक मई को सोनीपत में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जाएगा और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सभी संसदीय एवं विधानसभा क्षेत्रों के प्रतिनिधियों द्वारा 111 स्थानों पर निर्मल सरोवर योजना का शुभारंभ किया जाएगा।

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 1 मई को प्रदेश में निर्मल सरोवर योजना की शुरुआत करेंगे, जिसके तहत प्रदेश में 111 निर्मल सरोवर का शुभारंभ किया जाएगा। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने बताया कि सोनीपत में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जाएगा और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सभी संसदीय एवं विधानसभा क्षेत्रों के प्रतिनिधियों द्वारा 111 स्थानों पर निर्मल सरोवर योजना का शुभारंभ किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई अमृत सरोवर योजना के तहत हरियाणा में निर्मल सरोवर बनाए जाने हैं। प्रथम चरण में राज्य के सभी 22 जिलों में 1650 तालाबों को चिन्हित कर लिया गया है, जिसमें 115 शहरी तथा 1535 ग्रामीण तालाब शामिल है।

इन तालाबों का विकास तय मानदंडों जैसे तालाब का न्यूनतम क्षेत्रफल एक एकड़ या इससे अधिक होना चाहिए, तालाब की उचित गहराई के साथ साथ उचित ढलान वाले तटबंध बनाना इत्यादि के अनुसार किया जाएगा। इसके अलावा, इन तालाबों के किनारे बड, पीपल, नीम आदि प्रकार के वृक्ष व अन्य वनस्पति लगाई जाएगी, ताकि वातावरण व जैव विविधता पर अनुकूल प्रभाव पड़े। तालाब में बहने वाले गंदे पानी को ठीक से उपचारित किया जाएगा ताकि पानी को पशुओं के पीने योग्य, मछली पालन व सिंचाई हेतु उपयोग किया जा सके और तालाबों के पुर्नद्धार से निरन्तर गिरते भू-जल स्तर में भी सुधार होगा।

प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा पीडीएमएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से राज्य में सरकारी जमीन पर स्थित सभी तालाबों का डाटा एकत्रित किया गया है, जिनकी 27 अप्रैल 2022 तक कुल संख्या 18827 ( ग्रामीण 17971 और शहरी 856 ) है। इन तालाबों में बहने वाले अपशिष्ट जल को कंस्ट्रक्टिड वेटलैंड तकनीक के माध्यम से उपचारित किया जा रहा है, ताकि इन जीर्णोद्धार किए गए तालाबों के जल का उपयोग मछली पालन, पशुओं के उपयोग के साथ - साथ सूक्ष्म सिंचाई के लिए किया जा सके। इसके अतिरिक्त भू-जल रिचार्जिंग का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में लिए गए पहले 18 मॉडल तालाबों में से 9 तालाब पूरे हो चुके हैं और शेष 9 तालाब 31 दिसंबर, 2022 तक पूरे होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त गोहाना, सोनीपत में ट्रीब्यूट्री ड्रेन नंबर- 4 के गंदे पानी के उपचार का कार्य भी कंस्ट्रक्टिड वेटलैंड तकनीक द्वारा किया जा रहा है।

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