व्हाट्सएप ग्रुपों में हरियाणा रोडवेज फ्लाइंग की लोकेशन भेजते थे कंडक्टर, 5 सस्पेंड, 23 के खिलाफ जांच शुरू

व्हाट्सएप ग्रुपों में हरियाणा रोडवेज फ्लाइंग की लोकेशन भेजते थे कंडक्टर, 5 सस्पेंड, 23 के खिलाफ जांच शुरू
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हरियाणा रोडवेज के सिरसा डिपो मेंं व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जीएम से लेकर टीम व फ्लाइंग की जानकारी देने वाले कंडक्टरों के एक बड़े ग्रुप का पर्दाफाश हुआ है।

हरियाणा रोडवेज के सिरसा डिपो में व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जीएम से लेकर टीम व फ्लाइंग की जानकारी देने वाले कंडक्टरों के एक बड़े ग्रुप का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में सिरसा रोडवेज के महाप्रबंधक खूब राम कौशल ने सिरसा डिपो के पांच कंडक्टरों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं इसमें शामिल 23 कंडक्टरों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। कोविड-19 व भाई-भाई के नाम से कंडक्टर दो ग्रुप चला रहे थे, जिसमें सिरसा, फतेहाबाद व हिसार डिपो के कंडक्टर जुड़े हुए थे। इन व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए रोडवेज की बस चेक करने वाली फ्लाइंग की लोकेशन शेयर की जाती थी।

रोडवेज महाप्रबंधक खूब राम कौशल ने बताया कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद जब सिरसा डिपो के राजस्व का अवलोकन किया तो काफी कमी देखी गई। इसके बाद बसों की चेकिंग करने वाले निरीक्षकों की बैठक बुलाई गई। जिसमें यह निकलकर आया कि जब वे बसों की जांच करते हैं तो उससे पहले ही कंडक्टर को पता होता है कि कौन सी फ्लाइंग कहां खड़ी होती है। एक बस के चेक होते ही तीनों जिलों में फ्लाइंग की लोकेशन शेयर हो जाती थी। महाप्रबंधक के मुताबिक इस मामले की गंभीरता से जांच करवाई तो सूत्रों ने बताया कि कंडक्टरों का एक ग्रुप काम कर रहा है जो फ्लाइंग की लोकेशन एक दूसरे से साझा कर रहे हैं।

जब उन्हें इस संबंध में कुछ व्हाट्सएप नंबर व चैटिंग मिली तो सारा खुलासा हो गया। ट्रूकॉलर के जरिए सिरसा डिपो के कंडक्टर पकड़े गए, जो 2-2 मोबाइल नंबर प्रयोग करते थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सिरसा डिपो के व्हाट्सएप ग्रुप चला रहे ग्रुप एडमिन को तो तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है, जिनमें कंडक्टर संजय, जयकिशन, सुरेंद्र, जीतन और विपिन शामिल हैं। इसके अलावा 23 कंडक्टरों के खिलाफ अंडर रूल 4 बी 7 के साथ चार्जशीट कर दिया है। उन्होंने बताया कि दूसरों कंडक्टरों की जानकारी संबंधित महाप्रबंधकों को भेज दी गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि यह ग्रुप बड़ा भी हो सकता है, क्योंकि चैटिंग में मानेसर की भी लोकेशन आ रही है। करीबन 10 व 11 ग्रुप एडमिन इस पूरे गिरोह का संचालन कर रहे हैं। महाप्रबंधक के मुताबिक व्हाट्सएप ग्रुप में न केवल फ्लाइंग की लोकेशन शेयर की जाती थी बल्कि कुछ कंडक्टर तो अभद्र शब्दों का भी प्रयोग करते थे।

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