युवा चुनाव के बाद हरियाणा कांग्रेस में और तेज हुई खींचतान व गुटबाजी, दीपेंद्र समर्थक दिव्यांशु का प्रदेश अध्यक्ष बनना तय

चंडीगढ़। युवा कांग्रेस के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र समर्थकों द्वारा कब्जा करने के बाद अब कांग्रेस की गुटबाजी और खींचतान ज्यादा तेज हो जाने के संकेत मिलने लगे हैं। खास बात यह है कि पीसीसी अध्यक्ष कुमारी सैलजा और वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, कुलदीप बिश्नोई, किरण चौधरी जैसे नेताओं के उम्मीदवारों पर हुडडा समर्थक भारी दिखाई दे रहे हैं। इस बार ऑनलाइन फार्मूले से हुए युवा कांग्रेस पदाधिकारियों का चुनाव बेहद ही रोचक रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा समर्थक उम्मीदवारों ने अधिकांश पदों पर कब्जा कर लिया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सैलजा, सुरजेवाला, कुलदीप बिश्नोई समर्थक, किरण चौधरी के समर्थकों पर दीपेंद्र समर्थक भारी पड़े हैं। हाल ही में हुए एलनाबाद उपचुनाव में हार और प्रत्याशी की जमानत जब्त हो जाने से खफा सैलजा इसकी समीक्षा में जुटी हुई हैं, साथ ही उन्होंने भर सिंह बैनिवाल पूर्व विधायक को नोटिस भी जारी किया है। जिसमें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाते हुए स्पष्टीकऱण देने को कहा गया है। इसके अलावा इस चुनाव के बाद नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सैलजा गुट में खींचतान व खेमेबंदी साफ नजर आने लगी है। खास बात है कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर दिव्यांशु बुद्धिराजा सबसे अधिक वोट लेकर आगे रहे हैं और कृष्ण सातरोड दूसरे स्थान पर और मयंक चौधरी तीसरे नंबर पर रहे हैं। इस चुनाव की प्रक्रिया के तहत तीनों को ही साक्षात्कार के दौर से भी गुजरना होगा। युवा तेज तर्रार नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के कट्टर समर्थक और कृष्ण सातरोड प्रदेश अध्यक्ष सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के समर्थक व खेमे से हैं।
दीपेंद्र समर्थक दिव्यांशु बुद्धिराजा को मिलेगी प्रदेश की कमान
बुद्धिराजा को युवक कांग्रेस की कमान मिलना तय है, क्योंकि चार लाख 90 हजार वोट उनको मिले हैं। साक्षात्कार और बाकी औपचारिकता पूरी होने के बाद में दिव्यांशु बुद्धिराजा का युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनना तय है। दिव्यांशु एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष हैं और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यक्रमों में भारी संख्या में युवाओं को लेकर पहुंचते हैं। युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचन प्रक्रिया से जितनी बार भी चुनाव हुए, उनमें दिव्यांशु बुद्धिराजा ने सबसे ज्यादा वोट हासिल करने का काम भी किया है। दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने की वजह से कृष्ण सातरोड व मयंक चौधरी का उपाध्यक्ष बनना तय है। युवा कांग्रेस पदाधिकारियों के चुनाव में हुड्डा खेमे के अधिक उम्मीदवारों की जीत से सांसद दीपेंद्र हुड्डा राजनीतिक रूप से मजबूत हुए हैं। युवक कांग्रेस की वेबसाइट पर बुधवार शाम को प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, जिलाध्यक्ष व हलका प्रधानों के लिए हुए चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। इस सूची में खास बात यह है कि प्रदेश अध्यक्ष के अलावा 26 महासचिव में से 21 हुड्डा गुट से हैं। पांच उपाध्यक्ष में से चार दीपेंद्र हुड्डा समर्थक हैं। दूसरा अहम पहलू यह है कि 31 जिलाध्यक्षों में 24 जिलाध्यक्ष हुड्डा खेमे के चुनाव जीते हैं। 90 विधानसभा अध्यक्षों में से 77 पर हुड्डा समर्थकों का कब्जा रहा है।
जिलों पर गौर करें, तो अंबाला, जींद, भिवानी व हिसार में जिला तथा विधानसभा अध्यक्ष के पदों पर दीपेंद्र समर्थकों ने क्लीन स्वीप और अंबाला शहरी व ग्रामीण, कालका, तोशाम, आदमपुर और यमुनानगर में हुड्डा समर्थक हलका अध्यक्ष चुनाव जीते हैं। महासचिव पद के लिए सामान्य कैटेगरी में अमनदीप शर्मा (41405 वोट), प्रदीप कुमार (23866 वोट), अंकुर मेहता (36741 वोट), विशाल सैनी (24234 वोट), इंद्रपाल सिंह (30539 वोट), दुष्यंत यादव (24500 वोट), अमन कुमार (25359 वोट), मनप्रीत सिंह चीमा (26220 वोट), हरमनदीप सिंह विर्क (45101 वोट), जसवीर सिंह (38463 वोट) तथा दिनेश पूनिया (29754 वोट) ने चुनाव जीता है। महिला कैटेगरी में प्रदेश महासचिव पद के लिए सरला देवी, पूजा पटेल, साक्षी डागर, रेखा, ओमल कुमारी, खुशबू सिंगला, नेहा मंगला तथा मनीष धनखड़ ने चुनाव जीता है। इसी तरह से ओबीसी कैटेगरी से मनोज टाक माही प्रदेश महासचिव बने हैं। अल्पसंख्यक कोटे से महबूब खान, अनुसूचित जाति से देवेंद्र लक्की तथा अनुसूचित जाति महिला वर्ग से पूजा इंदौरा ने प्रदेश महासचिव का चुनाव जीता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS