कांग्रेस विधायकों ने अमृत योजना में घोटाले के लगाए आरोप, उठाए सवाल

कांग्रेस विधायकों ने अमृत योजना में घोटाले के लगाए आरोप, उठाए सवाल
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हरियाणा कांग्रेस के विधायकों ने अमृत योजना के तहत प्रदेश में हुए घोटाले को लेकर सवाल खड़े किए। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में विधायक बीबी बत्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2017-18 में प्रदेश में अमृत-1 योजना के तहत 2700 करोड़ रुपए आए, जबकि खर्च 2286 करोड़ हुए। इसमें सीधे तौर पर 428 करोड़ का घेटाला हुआ।

Chandigarh : हरियाणा कांग्रेस के विधायकों ने अमृत योजना के तहत प्रदेश में हुए घोटाले को लेकर सवाल खड़े किए। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में विधायक बीबी बत्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2017-18 में प्रदेश में अमृत-1 योजना के तहत 2700 करोड़ रुपए आए और जिनके कॉन्ट्रेक्ट भी 2017-18 में अलॉट कर दिए गए। DNIT के मुताबिक प्रोजेक्टों पर लागत 2286 करोड़ की आनी थी जबकि 2714 करोड़ रुपए के टेंडर अलॉट कर दिए गए। यह राशि सीवरेज सिस्टम, पेयजल आपूर्ति, ड्रेनेज ओर पार्कों के रख रखाव पर खर्च होने थी।

उन्होंने कहा कि यह काम जन स्वास्थ्य विभाग (Public Health Department) द्वारा किए जाने चाहिए थे, ताकि सही तरीके से काम हो सके। लेकिन इस पैसे में भ्रष्टाचार करने के लिए इस काम को शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा करवाया गया, जिसमें 428 करोड़ का घोटाला हुआ है।

उन्होंने कहा कि 6 साल में 51 प्रोजक्टों में से 18 प्रोजेक्ट ही पूरे हो पाए, जबकि 33 प्रोजेक्ट अभी भी पेंडिंग पड़े हुए हैं। सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इन प्रोजक्टों को राज्य की कपंनियों को न देकर दूसरे राज्यों की कंपनियों को दिया गया। अमृत-1 अभी पूरा भी नहीं हुआ था कि अमृत-2 आ गया। यहां तक कि सिवरेज प्लांट बना भी नहीं और पाइप लाइनें पहले ही बिछा दी गई। पाइपों के रेट हाई पावर परचेज कमेटी के रेट नंबर से 20 से 25 प्रतिशत ज्यादा दिखाए गए जो सरेआम घोटले को दर्शा रहा है। घोटाले का यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था और रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा ने भी सीएम के सामने अमृत योजना के तहत हुए कार्यों में घोटाले के आरोप लगाए थे।

उन्होंने कहा कि सीबीआई से इस घोटाले की जांच होने से ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं, जींद व अन्य जिलों का जिक्र करते हुए विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि कई जगह तो ऐसा भी मिला है कि जहां पर पाइप लाइनें बिछाई गई थी, खोजने पर वहां लाइन ही नहीं मिली। इस सारे घोटाले की जांच ईमानदारी के साथ होनी चाहिए और उस समय के यूएलबी मंत्री और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर विधायक बीबी बत्रा, जगबीर मलिक, जयबीर बाल्मिकी, सुभाष गांगोली, बलबीर बाल्मिकी, इंदूराज नरवाल, हरियाणा कांग्रेस मीडिया प्रभारी चांदवीर हुड्डा मौजूद रहे।

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