Narnaul News : चार महीने का बिजली बिल देख उपभोक्ता हो रहे परेशान

Narnaul News : बिजली उपभोक्ताओं के बिल करीब चार महीने बाद आ रहे हैं। चार महीने का बिल एकसाथ आने से उनकी राशि भारी-भरकम आ रही है, जिसे देखकर उपभोक्ताओं को करंट सा झटका लग रहा है। इससे उपभोक्ता खासे परेशान हैं और वह चार महीने की राशि एकसाथ देखकर बिल कम करवाने के उपायों पर विचार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बिजली निगम ने हरियाणा एक्स सर्विसमैन लीग के तहत पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को मीटर रीडिंग एवं बिल बांटने का काम दे रखा है, जिसकी एवज में इन मीटर रीडरों को मानदेय दिया जाता है। ऐसे मीटर रीडर केवल जिला महेंद्रगढ़ नहीं, अपितु पूरे प्रदेश में लगे हुए हैं, लेकिन कमाल की बात है कि इन मीटर रीडरों को लीग पिछले सात माह से कोई वेतन नहीं दे पाई। इस कारण मीटर रीडरों ने चार माह पहले विरोध करते हुए मीटरों की रीडिंग लेना एवं बिल बांटना बंद कर दिया। यह कार्य जून में ही बंद कर दिया गया था। जिस कारण हर माह उपभोक्ताओं के मीटरों की रीडिंग एवं बिलों की राशि दोनों बढ़ते ही चले गए। वेतन नहीं तो काम नहीं पैटर्न पर अमल करते हुए संघर्ष समिति के प्रधान रामनिवास एवं उपप्रधान भगत सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि हरियाणा एक्स सर्विसमैन लीग के तहत लगे मीटर रीडरों को सात महीनों से वेतन नहीं मिला। इस कारण मीटर रीडिंग बंद करने समेत धरना देकर हड़ताल भी की गई, लेकिन लीग के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। इस कारण हड़ताली कर्मचारी उपायुक्त, बिजली मंत्री, डिप्टी सीएम, एचईएसएल लीग के अधिकारी तथा प्रदेश लीग के अधिकारी तक को ज्ञापन दे चुके, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया। जब मीटर रीडरों को मानदेय नहीं मिला तो वह इससे विमुख होने लग तथा घर का गुजारा चलाने के लिए अन्य रोजगार की तलाश में लग गए और लीग के लिए काम करना बंद कर दिया। अब लीग ने जिले के बिजली निगम के सभी डिविजनों में नए लोगों को भर्ती कर लिया तथा उन्होंने मीटर रीडिंग लेकर बिल भेजने शुरू किए हैं।
मगर गौर करने वाली बात यह है कि इन बिलों की राशि उपभोक्ताओं को बहुत ज्यादा लग रही है। चार महीने के बिल की एकमुश्त भारी-भरकम राशि देख उन्हें चक्कर आने लगे हैं तथा इस चिंता में पड़ने लगे हैं कि वह इस राशि को एकसाथ कैसे अदा करें। यदि बिल एकमुश्त अदा किया तो घर का सारा बजट गड़बड़ाने का डर उन्हें सताने लगा हैं। आधे से ज्यादा उपभोक्ताओं का बिजली बिल दस हजार से अधिक या इसके आसपास आ रहा है। गर्मियों में चले पंखे, कूलर एवं एयर कंडीशनरों की वजह से बिल सामान्य से कुछ ज्यादा आ रहा है। बिजली उपभोक्ता कैलाश सैनी, अजीत यादव, रामौतार एवं परमानंद आदि ने बताया कि पहले एक-एक महीना में बिल आता था तो वह आसानी से इसे अदा कर देते थे, लेकिन अब चार महीने का बिल एकसाथ आ गया है। ऐसे में उनका सारा बजट गड़बड़ा गया है और उनको एकमुश्त बिल अदा करने में परेशानी हो रही है।
एक्स सर्विसमैन लीग के नोडल अधिकारी सुबेसिंह यादव ने बताया कि मीटर रीडरों का मानदेय बकाया चल रहा है। हालांकि वे भी चाहते हैं कि जब उन्होंने काम किया है तो उनको पैसा भी मिलना चाहिए। उन्होंने बताया कि पुराने कर्मचारियों को हटाया नहीं गया है, उन्होंने खुद ही काम पर आना बंद कर दिया था, इस कारण डिविजन अनुसार नए मीटर रीडर भर्ती करने पड़े हैं। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों का मानदेय कई लाखों में है तथा ज्यादा रकम होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि वह इसके समाधान के प्रयास में लगे हुए हैं और अधिकारियों से भी बात कर रहे हैं।
बिजली निगम सिटी के एसडीओ अजहरुद्दीन ने बताया कि जो भारी-भरकम बिल दिखाई दे रहे हैं, वह मीटर रीडरों की हड़ताल के कारण है। चार महीने का बिल एकसाथ आने के कारण ऐसा हुआ है। ऐसे में उपभोक्ताओं सरचार्ज की मार से बचने के लिए बिल समय पर अदा करना चाहिए। अन्यथा यह राशि और बढ़ती जाएगी।
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