उपभेक्ता PPP से जल्द करवाएं पेयलज एवं सीवरेज कनेक्शन लिंक, ग्रामीण क्षेत्र में 99 व शहरी क्षेत्र का 61 प्रतिशत कार्य पूरा

उपभेक्ता PPP से जल्द करवाएं पेयलज एवं सीवरेज कनेक्शन लिंक, ग्रामीण क्षेत्र में 99 व शहरी क्षेत्र का 61 प्रतिशत कार्य पूरा
X
अभी तक ग्रामीण क्षेत्र के खंड अटेली, कनीना, महेंद्रगढ़, निजामपुर, सतनाली व सिहमा के सभी ग्रामीण उपभोक्ताओं तथा शहरी क्षेत्र के अटेली, कनीना के सभी शहरी उपभोक्ताओं को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

नारनौल। पेयजल व सीवरेज कनेक्शन के साथ परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का काम ग्रामीण क्षेत्र में 99 प्रतिशत व शहरी क्षेत्र में 61 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। महेंद्रगढ़ जिले में ग्रामीण क्षेत्र में एक लाख 38 हजार 21 व शहरी क्षेत्र में 30 हजार 989 उपभोक्ता हैं, जिन्हें परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य चल रहा है। यह जानकारी देते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता शर्मा ने बताया कि अब भविष्य में सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाओं का लाभ सभी उपभोक्ता उठा पाएंगे। सरकार की ओर से प्रदेश के सभी पेयजल उपभोक्ताओं को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक ग्रामीण क्षेत्र के खंड अटेली, कनीना, महेंद्रगढ़, निजामपुर, सतनाली व सिहमा के सभी ग्रामीण उपभोक्ताओं तथा शहरी क्षेत्र के अटेली, कनीना के सभी शहरी उपभोक्ताओं को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के खंड नारनौल के एक हजार 198 व खंड नांगल चौधरी के 100 उपभोक्ताओं के कनेक्शन लिंक करना शेष है। वहीं शहरी क्षेत्र के शहर नारनौल के छह हजार 821, महेंद्रगढ़ के चार हजार 385, नांगल चौधरी के 953 उपभोक्ताओं को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य शेष है। शर्मा ने बताया कि परिवार पहचान पत्र से लिंक करने के लिए जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा की देखरेख में चल रहा है। जिसके लिए जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की टीम के साथ सक्षम यवाओं की टीमें घर-घर जाकर व फोन के माध्यम से उपभोक्ताओं से संपर्क करके पेयजल कनेक्शनों को लिंक करने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में सभी उपभोक्ता सहयोग करें।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि सरकार की ओर से भविष्य में दी जाने वाली योजनाओं का लाभ उपभोक्ताओं को मिल सकें। इसके लिए विभाग की टीम लगातात काम कर रही है। उपभोक्ताओं के कनेक्शन पीपीपी के साथ जोड़ने का काम जल्दी पूरा कर लिया जाएगा।

जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में पेयजल का जीवाणु परीक्षण करने के लिए भी विभाग की टीम गांव-गांव जाकर जीवाणु परीक्षण किट वितरण करने व जांच करने के लिए उपभोक्ताओं को प्रशिक्षण का कार्य कर रही है। अभी तक जिले की 304 ग्राम पंचायतों में जीवाणु परीक्षण किट वितरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। जिसमें सात हजार 15 उपभोक्ताओं ने अपने पेयजल की जांच की है व जांच के परिणाम को जल जीवन मिशन की वेबसाइट पर अपडेट भी किया जा चुका है। जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि पेयजल जांच की जीवाणु परीक्षण की ट्रेनिंग देने के पीछे उद्देश्य है कि जल जीवन मिशन के तहत उपभोक्ता पेयजल के प्रति जागरूक हो, ताकि समय-समय पर पेयजल की जांच करके यह पता लगाया जा सकें, कि जो हम पानी पी रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं। इसके अलावा पेयजल की जांच नारनौल स्थित जिला लैब में भी हर साल करवाए जा रहे हैं। जिले के 483 स्कूलों व 688 आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी पेयजल की गुणवता जांचने के लिए जीवाणु परीक्षण किट से जांच पूरी की जा चुकी है।

Tags

Next Story