सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पानीपत शुगर मिल के 64वें पिराई सत्र का शुभारम्भ किया

सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पानीपत शुगर मिल के 64वें पिराई सत्र का शुभारम्भ किया
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सहकारिता मंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह तक प्रदेश की सभी सहकारी चीनी मिलों (Sugar mills) में गन्ना की पिराई शुरू कर दी जाएगी। यही नहीं, अबकी बार शुगर मिलों का लक्ष्य बढ़ाने की कवायद भी की गई है।

हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल (Cooperative minister dr banwari lal) ने पानीपत शुगर मिल के 64वें पिराई सत्र का शुभारम्भ करते हुए कहा कि अगले सप्ताह तक प्रदेश की सभी सहकारी चीनी मिलों में गन्ना की पिराई (Sugarcane Crushing) शुरू कर दी जाएगी। यही नहीं, अबकी बार शुगर मिलों का लक्ष्य बढ़ाने की कवायद भी की गई है। पानीपत जिला के किसानों (Farmers) को मार्च माह के बाद नई शुगर मिल की सौगात मिलेगी जिसकी क्षमता 5 हजार टीसीडी होगी। इस शुगर मिल के बनने से पानीपत जिला के साथ-साथ लगते अन्य जिलों को भी इसका फायदा होगा। नई लगने वाली इस शुगर मिल में पिराई की क्षमता 50 हजार क्विंटल प्रति दिन होगी।

उन्होंने कहा कि पानीपत शुगर मिल हरियाणा की ऐसी एकमात्र शुगर मिल है, जिसमें पुरानी और नई दोनों तकनीकों का प्रयोग किया गया है। इस शुगर मिल ने अनेक बार राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के पुरस्कार प्राप्त किए हैं, लेकिन यह सत्र इस मिल का अंतिम पिराई सत्र होगा। नई चीनी मिल पानीपत के गांव डाहर में शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगी। इस शुुगर मिल की पिराई क्षमता पुराने शुगर मिल से कई गुणा अधिक होगी।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि पानीपत शुगर मिल वर्ष 1956-57 में लगने वाली पुरानी चीनी मिल है। कोरोना महामारी की वजह से नई चीनी मिल के निर्माण कार्य में देरी हुई है लेकिन अधिकारी और कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ इस काम को पूरा करने में लगे हैं, इसलिए अगला पिराई सत्र नई शुगर मिल में ही होगा। इस शुगर मिल में एथनोल भी बनाया जाएगा। रिफाइनरी में भी इस पर काम शुरू किया जा रहा है और आगामी मार्च में शाहबाद में भी एथनोल बनना शुरू हो जाएगा।

मंत्री बनवारी लाल ने कहा कि असंध, करनाल, गोहाना मिलों की पिराई क्षमता बढ़ाई जा रही है ताकि यहां पर वर्क लोड कम रहे। उन्होंने कहा कि पिछली बार 29 लाख क्विंटल चीनी का लक्ष्य रखा गया था जबकि अबकी बार 30 क्विंटल रखा गया है। यही नहीं, इसका रिकवरी रेट भी 10 से 10.70 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रहेगा।उन्होंने कार्यक्रम में बिहौली गांव के किसान बिरेन्द्र सिंह व विकास और नारायणा गांव के राजू व सनौली गांव के कृष्ण ड्राईवर को सबसे पहले गन्ना लाने पर सम्मानित भी किया। उन्होंने बताया कि पलवल, महम और असंध में इसी सत्र से चीनी मिलों में गुड़ बनाने का कार्य भी किया जाएगा।

किसानों से अपील

शुगर फेड के चेयरमैन व विधायक रामकरण काला ने सभी किसानों से अपील की कि वे अपनी जमीन में खूब मेहनत करेंगे तो अच्छी औसत आएगी। इसलिए सभी किसान मन लगाकर काम करें और अच्छी व उन्नत किस्म की फसलें उगाएं। पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण नए शुगर मिल का ट्रायल मार्च के बाद शुरू होने की सम्भावना है। इससे हमारे किसानों को बहुत फायदा होगा। हमारे यहां के किसान उत्तराखण्ड, पंजाब और उत्तरप्रदेश तक अपना गन्ना लेकर वहां के चीनी मिलों में बेचने के लिए जाते थे। इस शुगर मिल के बनने से बहुत फायदा होगा।

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