MDU : कोरोना संक्रमित, विदेशी, दूसरे प्रदेश और गंभीर बीमार छात्र ही देंगे ऑनलाइन परीक्षा

MDU : कोरोना संक्रमित, विदेशी, दूसरे प्रदेश और गंभीर बीमार छात्र ही  देंगे ऑनलाइन परीक्षा
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यूनिवर्सिटी की तरफ से बकायदा गाइडलाइन भी जारी कर दी गई। वहीं दूसरी ओर प्रदर्शन के बाद छात्र संगठनों ने धरना और दूसरे विरोध कार्यक्रम संपन्न कर दिए। संगठनों का दावा है कि उनकी सभी मांगों को विश्वविद्यालय ने स्वीकार कर लिया है।

हरिभूमि न्यूज:रोहतक

ऑनलाइन परीक्षा करवाने के लिए पांच दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठनोंं का शोर थम गया है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने उन्हें दो टूक कहा है कि ऑनलाइन का ऑप्शन मिलेगा, लेकिन सशर्त। यूनिवर्सिटी की तरफ से बकायदा गाइडलाइन भी जारी कर दी गई। गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 पॉजीटिव, अभिभावक संक्रमित होने के चलते क्वारंटीन, कंटेनमेंट जोन में रह रहे छात्र-छात्राएं ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं। इनके साथ-साथ कोई छात्र या छात्रा विदेश या अन्य राज्यों में है, कोई किसी क्रोनिक डिजीज की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं उन्हें भी ऑनलाइन विकल्प दिया जाएगा। पहले ऑफलाइन फिर ऑनलाइन परीक्षा होगी।

दूसरी ओर प्रदर्शन के बाद छात्र संगठनों ने धरना और दूसरे विरोध कार्यक्रम संपन्न कर दिए। संगठनों का दावा है कि उनकी सभी मांगों को विश्वविद्यालय ने स्वीकार कर लिया है। छात्र संगठनों की मांग थी कि मांग के अनुरूप छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प दिया जाए। इसको लेकर ही आंदोलन शुरू किया था। विश्वविद्यालय परिसर को खोलने को लेकर अधिकारियों का कहना है कि सरकार जैसे निर्देश देगी, उनकी पालना की जाएगी।

परीक्षा नियंत्रक डॉ. बीएस सिंधु ने बताया है कि ऑनलाइन माध्यम केवल उन्हीं विद्यार्थियों के लिए होगा जो कि कोविड-19 पॉजीटिव हैं या परिजनों के कोविड-19 संक्रमित होने के चलते क्वारंटीन हैं, कंटनमेंट जोन में रह रहे हैं, विदेश में हैं, अन्य राज्यों में हैं, किसी क्रोनिक डिजीज की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं, या संबंधित विभागाध्यक्ष/निदेशक/कॉलेज प्राचार्य के पास जायज कारणों संबंधित विद्यार्थी का आवेदन हो। वैध चिकित्सीय प्रमाणपत्र और अन्य संबंधित दस्तावेज संबंधित विभागाध्यक्ष/निदेशक/कॉलेज प्राचार्य के पास जमा कराने होंगे। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि विश्वविद्यालय ने विस्तृत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी कर दी है। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि छात्र संगठनों ने विरोध कार्यक्रम शुरू करने से पहले मांगों को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन दिए थे। छात्रों को अवगत करवा दिया था कि ऑनलाइन परीक्षा का ऑप्शन विश्वविद्यालय देने को तैयार है, लेकिन उसके लिए शर्ते होंगी। इन शर्तों को जो छात्र पूरी करेगा, उसको ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प दिया जाएगा।

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