Corona Third Wave : दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों की जांच शुरू, बिना मास्क वालों के हो रहे चालान

Corona Third Wave : दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों की जांच शुरू, बिना मास्क वालों के हो रहे चालान
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अंबाला में शंभू टोल व सुल्तानपुर बैरियर पर पूरे दिन चली चेकिंग, स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो पड़ोसी प्रदेशों से फिर दस्तक दे सकता है कोरोना।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट को लेकर बुधवार को पुलिस भी हरकत में दिखी। ट्विन सिटी में वाहनों की चेकिंग के साथ बिना मास्क वाले वाहन चालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई। खासकर पंजाब की ओर से आने वाले वाहन चालकों पर पुलिस की कड़ी नजर रही। पूरे दिन वाहनों की जांच होती रही। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रशासन को बिना मास्क वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है ताकि आने वाले दिनों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटा जा सके। खुद स्वास्थ्य अधिकारी भी लोगों को निरंतर मास्क व सोशल डस्टिेंसिंग का आग्रह कर रहे हैं ताकि कोरोना के नए मामलों की संख्या में इजाफा न हो सके।

शंभू व सुल्तानपुर बैरियर पर दिनभर चेकिंग

पंजाब की ओर से आने वाले वाहनों की जांच के लिए शंभू टोल बैरियर पर नाका लगाया गया था। जबकि चंडीगढ़ से आने वाले वाहन चालकों की जांच के लिए सुल्तानपुर बैरियर पर पुलिस ने नाकाबंदी की थी। इसके बाद पुलिस ने उन वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जन्हिोंने मास्क नहीं पहना हुआ था। वे लोग भी कार्रवाई का शिकार बने जन्हिोंने जोकि मास्क की जगह विकल्प के तौर पर कपड़े से मुंह ढके हुए थे। चालान के साथ ऐसे वाहनों की पुलिस ने चेकिंग भी की। ऐसी ही स्थिति सुल्तानपुर बैरियर के पास भी रही। यहां भी पुलिस ने ऐसे किसी वाहन चालकों को नहीं छोड़ा जिसने की मास्क नहीं पहना हुआ था। पूरे दिन चेकिंग का सिलसिला चलता रहा। इस दौरान पुलिस ने असंख्य वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की।

कावड़ लाने पर प्रतिबंध

इस बार हरद्विार से कावड़ को लेकर उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। इसके कारण शिवभक्तों में मायूसी की खबर है। कावड़ पर पाबंदी लगाने के लिए अंबाला छावनी व शहर में पोस्टर लगाए गए हैं। ताकि शिवभक्तों को कावड़ पर पाबंदी लगने की सूचना मिल सके। ऐसे में किसी संस्था को कांवड शिविर लगाने की भी अनुमति नहीं मिलेगी। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों को जरुरी आदेश जारी कर दिए गए हैं। कावड़ियों को रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने पहले ही मुख्य सीमाओं को सील कर दिया गया है। दूसरे प्रदेशों से उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले व्यक्ति को नियमानुसार 14 दिन तक क्वारंटीन किया जाएगा। साथ ही नियमों का उल्लघंन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा।


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