सौगात : कुरुक्षेत्र में बनाया जाएगा देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय, 500 करोड़ आएगी लागत

हरिभूमि न्यूज : कुरुक्षेत्र
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देश का पहला श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के गांव फतुपुर में 103 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। इस विश्वविद्यालय के नए भवन के निर्माण के लिए सरकार की तरफ से 500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस राशि से आगामी 36 माह में विश्वविद्यालय के नए भवन का निर्माण करने का लक्ष्य भी तय किया गया है। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय के अधिकारियों को आयुर्वेदिक राजकीय कॉलेजों और विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा करने का प्रयास करना है। अगर संभव हो तो प्रत्येक जिले में आयुर्वेदिक कालेज खोला जाए ताकि प्रत्येक बीमार व्यक्ति का आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज किया जा सके। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय वीरवार को श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के प्रांगण में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, विधायक सुभाष सुधा, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बलदेव धीमान, उपायुक्त मुकुल कुमार ने आयुष विश्वविद्यालय का अवलोकन किया और परिसर में पौधारोपण करके विश्वविद्यालय की तरफ से तैयार की गई आधुनिकतम आयुर्वेदिक लैब का निरीक्षण भी किया। अभी आयुष विश्वविद्यालय आयुष अस्पताल की बिल्डिंग में चल रहा है, अब फतुपुर में विश्वविद्यालय अपनी जमीन पर बनेगा।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कोरोना काल में किए गए कार्यों, नए शोध कार्यों, विश्वविद्यालय की 5 सालों की प्रगति आदि विषयों पर तैयार की गई पॉवर प्रेजेंटेशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर बनने जा रहा है। इस विश्वविद्यालय को स्थापित करने पर सरकार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल बधाई के पात्र है। इस विश्वविद्यालय का निर्माण विधायक सुभाष सुधा के प्रयासों से गांव फतुपुर में उपलब्ध करवाई गई 103 एकड़ जमीन पर बनेगा। इस विश्वविद्यालय के नए भवन के निर्माण पर सरकार की तरफ से 500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी और इसका निर्माण 36 माह में किया जाएगा।
नए भवन का निर्माण निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय के नए भवन का निर्माण निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाना चाहिए। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासनिक अधिकारियों को आयुर्वेदिक कॉलेज और विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा करने की योजना तैयार करनी चाहिए, प्रयास करना चाहिए कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में आयुर्वेदिक कालेज की स्थापना की जाए ताकि प्रत्येक बीमार व्यक्ति का इलाज आयुष पद्धति से किया जा सके। विश्वविद्यालय प्रशासन को नई तकनीक का प्रयोग करना चाहिए, विश्वविद्यालय के प्रांगण में एक बड़ा हर्बल गार्डन, आधुनिकतम लैब, नाड़ी तर्गनी पर शोध किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने के साथ-साथ आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए सरकार के पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) की तरफ आगे बढ़ना चाहिए।
विश्वविद्यालय को 3 साल में तैयार किया जाएगा : सुधा
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि अथक प्रयासों से ग्राम पंचायत फतुपुर की तरफ से देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण करने के लिए करीब 103 एकड़ जमीन मुहैया करवाई गई है। अब इस जमीन पर आयुष विश्वविद्यालय बनने का सपना साकार होने जा रहा है। इस सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से नए भवन के निर्माण हेतु 500 करोड़ रुपए की राशि के टेंडर जारी कर दिए गए है। इस विश्वविद्यालय को आगामी 3 सालों में तैयार कर लिया जाएगा। यह कुरुक्षेत्र ही नहीं हरियाणा प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
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