Couple Suicide Case : बुजुर्ग दंपती ने मेहनत करके 3 एकड़ से 58 एकड़ तक बढ़ाई जमीन, ऐसा क्या हुआ, दोनों ने दे दी जान

दलबीर सिंह : भूना ( फतेहाबाद )
फतेहाबाद के गांव चमार खेड़ा निवासी अमर सिंह शर्मा व उनकी पत्नी सोना देवी की मौत ने इलाका को झकझोर कर रख दिया है। वृद्ध दंपति ने अपने जीवन में बच्चों के लिए जमीन जायदाद बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। दंपति ने युवावस्था में अपनी पुश्तैनी 3 एकड़ जमीन में मेहनत करके और 20 एकड़ अलग से ठेके पर लेकर भूखे प्यासे रहकर 58 एकड़ के लगभग जमीन बना ली थी। इनमें 49 एकड़ जमीन गुजरात में खरीदी थी, जबकि सवा 6 एकड़ जमीन चमारखेड़ा में खरीदा था, जो अपनी 3 एकड़ भूमि के साथ सटी हुई थी। मृतक दंपति के दो बेटे रामनिवास व रामसरण तथा एक बेटी राजबाला हैं। सभी शादीशुदा होने के साथ-साथ सभी पोते-दोहते वाले हैं। बड़ा बेटा रामनिवास गुजरात में खेती बाड़ी को संभाल रहा है।
इनके चार संतान है, जिनमें दो बेटे और दो बेटियां शामिल है। रामनिवास का बड़ा बेटा अमन कनाडा में जॉब कर रहा है, जबकि बुजुर्ग दंपत्ति का छोटा बेटा रामसरण चमारखेड़ा में उनके पास रहता था। बुजुर्ग दंपति ने दोनों बेटों के बीच जमीन का बंटवारा मात्र 3 महीने पहले किया था, जिसमें गुजरात की जमीन बड़े बेटे रामनिवास के नाम कर दी तथा चमारखेड़ा की जमीन छोटे रामसरण के नाम 8 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करवा दी थी, जबकि सवा एकड़ जमीन वृद्ध दंपति ने अपने नाम रख ली थी। किताबी ज्ञान से अनपढ़ दंपति ने खून पसीने को सींचकर जहां 58 एकड़ जमीन बनाई वहीं एक पोते को कनाडा भेजा तथा दो पोतों को फार्मेसी की शिक्षा दिलाई। बुजुर्ग दंपति के पड़पोते व दोहते होने के बावजूद आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया यह है अभी सवालों के घेरे में है।
क्या था मामला
गांव चमार खेड़ा के खेतों की एक ढाणी में शुक्रवार की देर रात को 84 वर्षीय अमर सिंह शर्मा व उनकी 80 वर्षीय पत्नी सोना देवी ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ गटक लिया था। वृद्ध दंपति के 52 वर्षीय बेटे रामसरण धान के खेत से पानी संभाल कर वापस ढाणी में पहुंचा तो उसका पिता पीड़ा से चिल्ला रहा था। रामकरण मौके पर तो उसके पिता अमर सिंह ने बताया कि मैंने और तेरी मां ने कीटनाशक दवाई पी ली है। जब डॉक्टर को मौके पर बुलाया तो उनकी मौत हो चुकी थी। मृतक वृद्ध दंपति की बेटी राजबाला व बेटे रामसरण शर्मा ने बताया कि उसकी माता सोना देवी पिछले 5 वर्षों से गंभीर बीमारी के कारण चारपाई पर थी। उसके इलाज के लिए काफी प्रयास किए गए थे। शुगर की बीमारी बढ़ जाने से पैरों से चल नही पाने के कारण अपाहिज बन गई थी। बीमारी से तंग आकर उनके पिता व माता ने कीटनाशक दवाई पी ली, जिसके कारण दोनों की घर पर ही मौत हो गई। उनके घर में किसी भी प्रकार का कोई घरेलू झगड़ा नहीं था, इसलिए घटना बीमारी से परेशानी के चलते डिप्रेशन का परिणाम है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS