Crime News Rohtak : महिला उत्पीड़न के मामले घटे, 2021 में 503 तो 2022 में दर्ज हुई 461 शिकायतें

Crime News Rohtak : महिला उत्पीड़न के मामले घटे, 2021 में 503 तो 2022 में दर्ज हुई 461 शिकायतें
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पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, वर्ष 2022 में दुष्कर्म के 78 मामले दर्ज किए गए। जांच के बाद 15 से अधिक मामले कैंसिल भी किए गए। जो केस दर्ज हुए, उन सभी मामलों में आराेपित गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा साल भर छेड़छाड़ के 135 मामले दर्ज किए गए। ये सभी मामले भी सुलझा लिए गए।

रोहतक जिले में महिला उत्पीड़न के मामलों में कमी देखने को मिली है। महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में तत्परता से कार्रवाई की वजह से भी यह सम्भव हुआ है। इसके अलावा पुलिस की सजगता से छेड़छाड़ और उत्पीड़न के मामले कम हुए हैं। 2021 में पुलिस ने 503 शिकायतें दर्ज की थी। इनमें दुष्कर्म, छेड़छाड़ और दहेज उत्पीड़न के मामले शामिल हैं। जबकि 2022 में 461 शिकायतें दर्ज हुई। इन मामलों में पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई कर आरोपितों को सलाखों के पीछे भेजा। इसके अलावा महिला थाना पुलिस ने साल भर जागरूकता अभियान चलाए।

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, वर्ष 2022 में दुष्कर्म के 78 मामले दर्ज किए गए। जांच के बाद 15 से अधिक मामले कैंसिल भी किए गए। जो केस दर्ज हुए, उन सभी मामलों में आराेपित गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा साल भर छेड़छाड़ के 135 मामले दर्ज किए गए। ये सभी मामले भी सुलझा लिए गए। जबकि दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित 248 शिकायतें पहुंची। जिनमें आरोपित पक्ष पर कार्रवाई की गई। वर्ष 2021 में दुष्कर्म के 67 मामले दर्ज किए गए। इनमें जांच के बाद 28 केस कैंसिल किए गए। सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा रोहतक पुलिस के पास अलग-अलग थानों में छेड़छाड़ के 180 मामले पहुंचे। जबकि दहेज उत्पीड़न के 256 मामले दर्ज किए गए।

यहां दें शिकायत

पीड़ित को तुरंत महिला हेल्पलाइन -1091 के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इसके अलावा डायल 112 और 99964-64100 पर भी शिकायत की जा सकती है।

एक क्लिक पर मिलेगी मदद

सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक महिला के फोन में दुर्गा शक्ति एप होनी चाहिए। दुर्गा शक्ति एप की सहायता से आप एक क्लिक पर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं। जब कभी आप खुद को असुरक्षित महसूस करें तो एप पर क्लिक करें। ऐसा करते ही पुलिस को आपके असुुरक्षित होने की जानकारी मिल जाएगी और पुुलिस आपसे संपर्क कर आपके पास पहुुंचेगी। इस एप के जरिए अब तक हजारों पीड़ितों की मदद की जा चुकी है। इसलिए पुलिस स्वयं महिलाओं के मोबाइल में यह एप डाउनलोड करवाती है। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जाते हैं।

महिला पुलिस का होता है अहम योगदान

महिला थाना में महिलाओं के मामलों को विशेष तौर पर सुना जाता है। इन मामलों में तत्परता से कार्रवाई की जाती है। इसके अलावा महिलाओं के कॉलेज, सार्वजनिक स्थल, बाजारों में भी महिला पुलिस तैनात रहती है। डीएसपी सुशीला के दिशा निर्देश पर महिला थाना प्रभारी प्रोमिला के नेतृत्व में टीमें स्कूल, कॉलेजों में जाकर छात्राओं को जागरूक करती हैं।

पुलिस की मुहिम रंग लाई 

महिला उत्पीड़न के मामलों को कम करने के लिए पुलिस पूरा प्रयास करती है। महिलाओं के साथ होने वाले मामलों को तत्परता से सुुना जाता है। सभी थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी, महिला थाना और जांच अधिकारियों को सख्त आदेश हैं कि वे महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध के मामलों में समय रहते कार्रवाई करें। पुलिस की सजगता से महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के मामलों में कमी आई है। -उदय सिंह मीना, एसपी रोहतक

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