नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगा पेराई सत्र

नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगा पेराई सत्र
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उपायुक्त ने कहा कि सत्र 2019-20 के दौरान चीनी मिल (Sugar mill) रोहतक का बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। रिफाइंड चीनी का उत्पादन करने वाली राज्य की यह एकमात्र चीनी मिल है। उन्होंने बताया कि किसानों को 156 करोड़ रुपए की गन्ना राशि का भुगतान किया जा चुका है, इसके अलावा 13 करोड़ 75 लाख रुपये की बिजली का निर्यात भी किया गया है।

रोहतक। नवंबर के पहले सप्ताह में चीनी मिल रोहतक में गन्ने की पेराई (Sugarcane crushing) का कार्य आरंभ हो जाएगा। ये बात उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बृहस्पतिवार को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में कही। वहीं मिल को चलाने के लिए जो कार्य लंबित थे उन्हें बैठक में अंतिम रूप दे दिया गया।

उपायुक्त ने कहा कि सत्र 2019-20 के दौरान चीनी मिल रोहतक का बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। रिफाइंड चीनी का उत्पादन करने वाली राज्य की यह एकमात्र चीनी मिल है। उन्होंने बताया कि किसानों को 156 करोड़ रुपए की गन्ना राशि का भुगतान किया जा चुका है, इसके अलावा 13 करोड़ 75 लाख रुपये की बिजली का निर्यात भी किया गया है।

उपायुक्त ने कहा कि मिल में 5 किलोग्राम तथा 1 किलोग्राम की छोटी पैकिंग में चीनी का उत्पादन भी आरंभ किया है। इसके अलावा 90 लाख रुपये की बगाज की बचत भी की गई है। गन्ने की अगेती किस्म का क्षेत्रफल बढ़कर 94 प्रतिशत हो गया है मिल के प्रबंध निदेशक मानव मलिक ने बताया कि मिल के सभी विभागों के बीच बेहतर तालमेल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि मिल कर्मचारियों की कर्मठता तथा किसानों द्वारा मिल में साफ-गन्ने की सप्लाई के चलते चीनी मिल अच्छा कार्य कर रहा है।

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