CUET का परिणाम आने के बाद अब विद्यार्थियों को एडमिशन का इंतजार

CUET का परिणाम आने के बाद अब विद्यार्थियों को एडमिशन का इंतजार
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सीयूईटी से एडमिशन के लिए एनटीए कोई कॉमन काउंसलिंग आयोजित नहीं करता। इसीलिए अब परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्र डीयू समेत अन्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। डीयू द्वारा कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम द्वारा सीयूईटी गुणांक तय कर सोमवार को प्रवेश कार्यक्रम जारी किया गया।

Bahadurgarh News : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडर ग्रेजुएट (सीयूईटी-यूजी) 2023 का परिणाम घोषित किया जा चुका है। इसके आधार पर अब विभिन्न केंद्रीय, राज्य, डीम्ड और प्रमुख निजी विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process) आगे बढ़ेगी। विदित है कि इस वर्ष सीयूईटी परीक्षा (CUET Exam) के लिए देशभर में 14 लाख 99 हजार 790 विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया था।

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के साथ हरियाणा के भी हजारों छात्र-छात्राओं ने यह परीक्षा दी थी। सीयूईटी-यूजी की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी ही दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए पात्र होंगे। सीयूईटी से एडमिशन के लिए एनटीए कोई कॉमन काउंसलिंग आयोजित नहीं करता। इसीलिए अब परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्र डीयू समेत अन्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। डीयू द्वारा कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम द्वारा सीयूईटी गुणांक तय कर सोमवार को प्रवेश कार्यक्रम जारी किया गया। वहीं दूसरी ओर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भी सीयूईटी के तहत स्नातक स्तर पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एनटीए ने छात्रों को अधिक जानकारी के लिए उन विश्वविद्यालयों की वेबसाइटों पर जाने की सलाह दी है, जहां उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया है।

सीयूईटी के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं ने 21 मई से 23 जून के बीच एनटीए की ओर से आयोजित सीयूईटी-यूजी परीक्षा दी थी। एनटीए ने 29 जून को प्रोविजनल आंसर-की थी। परीक्षा अधिकारियों द्वारा गहन मूल्यांकन और जांच के बाद अंतिम उत्तर कुंजी 12 जुलाई को जारी की गई थी। परीक्षा कई दिनों और सत्रों में आयोजित की गई। छात्रों को अलग-अलग शिफ्टों में एक ही विषय के लिए अलग-अलग तरह के प्रश्न पत्र दिए गए। सीयूईटी के 34 दिनों के दौरान 93 शिफ्टों में प्रश्न पत्रों के कुल 841 सेट वितरित किए गए। एनटीए ने सभी शिफ्टों के प्रश्न पत्रों के कठिनता के स्तर को एक लेवल पर लाने के लिए स्कोर को नॉर्मलाइज्ड किया है। इस पेचीदी स्थिति को हल करने के लिए इक्विपरसेंटाइल पद्धति का इस्तेमाल किया गया।

शिक्षाविद् मुक्ता गहलावत के अनुसार कालेजों और विश्वविद्यालयों की ओर से पात्रता मानदंड, लागू विनियमों, दिशा-निर्देशों और नियमों के अनुसार सीयूईटी स्कोर स्वीकार किए जाएंगे। सीयूईटी स्कोर कार्ड में विद्यार्थियों को परसेंटाइल और नॉर्मलाइज्ड स्कोर बताया गया है। पर्सेंटाइल का अर्थ होता है कि उतने उम्मीदवारों के मार्क्स आपसे कम या बराबर आए हैं। इसका सीधा अर्थ कि आपको इतने छात्रों से ज्यादा नंबर मिले हैं। विश्वविद्यालय में एडमिशन के मामले में केवल नॉर्मलाइज्ड स्कोर पर विचार किया जाएगा।

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