पेंडिंग केसों पर एक्टिव हुई साइबर पुलिस, एक ही दिन में दर्ज किए चार केस

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी
जांच के बाद आरोपियों तक पहुंचने के बाद ही केस दर्ज करने की आदत डाल चुकी साउथ रेंज साइबर थाना पुलिस अब शिकायतों को एफआईआर में बदलने में जुट गई है। पुलिस ने एक ही दिन में चार शिकायतों को एफआईआर में तब्दील कर दिया है, जिनमें से तीन शिकायतें जनवरी माह में मिली थीं। ‘हरिभूमि’ ने गत बुधवार को ही इस संदर्भ में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।
साउथ रेंज साइबर थाना पुलिस के पास ऑनलाइन ठगी के हर माह दो सौ अधिक शिकायतें आ रही हैं। पुलिस की ओर से इन शिकायतों पर एफआईआर दर्ज करने की बजाय पहले जांच पर जोर दिया जा रहा था। काफी दिनों से पेंडिंग शिकायतों पर भी एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही थी। नतीजा यह रहा कि सैकड़ों शिकायतें मिलने के बाद भी इस साल के पहले तीन माह में साइबर थाना पुलिस ने 7 केस ही दर्ज किए। एफआईआर की संख्या कम रखने के लिए सभी शिकायतों पर केस दर्ज नहीं किए जाते। अब पुलिस ने एक ही दिन में चार एफआईआर दर्ज करते हुए मामलों की जांच शुरू की है। चारों मामलों में ठगों ने 1.97 लाख रुपए का चूना लगा दिया।
चार लोगों से ठगों ने हड़पे 2 लाख
शहर के रामसरोवर मोहल्ला निवासी दीपक अग्रवाल को साइबर ठगों ने लिंक भेजकर 22 हजार रुपए का चूना लगा दिया। ठगी का पता चलने के बाद उसने साइबर पुलिस स्टेशन को शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी। बुड़ौली निवासी प्रवीण कुमार ने बताया कि उसके पास एक कॉल आई। उसने कहा कि वह उसका दोस्त संदीप बोल रहा। उसकी मौसी का लड़का फौज में है, उसे कुछ पैसे ट्रांसफर करने हैं। साइबर ठग ने मैसेज से लिंक भेजकर उसके खाते से दो बार में 30 हजार रुपए उड़ा दिए।
दोस्ती के नाम पर ठगी के शिकार
राजपुरा खालसा निवासी बिक्रम सिंह ने पुलिस को दर्ज शिकायत में बताया कि उसके पास मनोज सर ने फोन करके उसके मिलने वाले के बाद 30 हजार रुपए भेजने को कहा। उसने बताए गए नंबरों पर राशि ट्रांफर कर दी। इसके बाद दोबारा मनोज ने उसकी नंबर पर 20 हजार रुपए और ट्रांसफर करने को कहा। वह राशि भी ट्रांसफर कर दी गई। बाद में मनोज ने ही उसे बताया कि यह उसका दोस्त नहीं, बल्कि ठगी करने वाला जालसाज था। गुरावड़ा निवासी प्रदीप कुमार के साथ 95 हजार रुपए की ठगी हो गई।
तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी
साइबर अपराध के संदर्भ में मिलने वाली किसी भी शिकायत पर तुरंत एक्शन लेने के आदेश दिए गए हैं। पेंडिंग केसों को भी जल्द निपटाने के लिए संबंधित जांच अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, ताकि ठगी के शिकार लोगों को उनका पैसा जल्द वापस मिल सके। - दीपक सहारण, एसपी।
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