Rewari Cyber Crime : लाखों रुपये की ठगी का मास्टरमाइंड मुबई से गिरफ्तार, फर्जी आधार कार्ड तैयार कर वारदातों को दे रहा था अंजाम

नरेन्द्र वत्स. रेवाड़ी। साउथ रेंज साइबर थाना पुलिस ने मोबाइल धारकों के सिमकार्ड फर्जी आधार कार्ड के सहारे बंद कराने के बाद डुप्लिकेट सिमकार्ड के जरिए नेटबैंकिंग से लाखों रुपए की ठगी करने के मास्टरमाइंड को मुंबई के विराल वेस्ट से गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
बावल में साईं पॉलीपैक कंपनी कंपनी चलाने वाले भूपेंद्र ने 31 अगस्त 2021 को साइबर थाना पुलिस को दर्ज शिकायत में बताया था कि उसके मोबाइल फोन से नेटवर्क सिग्नल अचानक गायब हो गए थे। शनिवार और रविवार के दिन अवकाश होने के कारण वह कस्टमर केयर में संपर्क नहीं कर सका। सोमवार के दिन मोबाइल सिमकार्ड एक्टिवेट कराया तो उसके खाते से 20 लाख रुपए ट्रांसफर होने का मैसेज आया। साइबर थाना पुलिस ने उसकी शिकायत पर केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू की थी। लंबी जांच के बाद पुलिस ने मूल रूप से हापुड़ के पूर्वा निवासी मेहराज अंसारी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस समय अंसारी पालघर के अग्रवाल सिटी में रह रहा है।
बैंक खातों पर फोटो लगाकर ट्रांजेक्शन
साइबर थाना के एएसआई अमित कुमार ने बताया कि अंसारी का गिरोह लोगों के फर्जी आधार कार्ड तैयार करता था। आधार कार्ड के आधार पर संबंधित लोगों के सिमकार्ड बंद कराता था। यह खेल अवकाश के दिन शनिवार और रविवार को खेला जाता था, ताकि मोबाइल धारक सिमकार्ड बंद होने के कारण जानने के लिए कस्टमर केयर नहीं जा सके। इसके बाद डुप्लीकेट सिमकार्ड लेकर उससे नेटबैंकिंग के माध्यम से पैसा दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए जाते थे। बैंक खाते भी दूसरे नाम से खुलवाए जाते थे, जिस पर फोटो अंसारी अपनी ही लगाता था। फोटो के आधार पर वह बैंक से ठगी की राशि निकलवा लेता था। अमित कुमार ने बताया कि आरोपी से अभी पूछताछ की जा रही है। इस दौरान उससे ठगी की राशि बरामद की जाएगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS