Dadri Band : जलभराव के विरोध में व्यापारी उतरे सड़कों पर, बाजार रखे बंद, जमकर विरोध प्रदर्शन किया

Dadri Band : जलभराव के विरोध में व्यापारी उतरे सड़कों पर, बाजार रखे बंद, जमकर विरोध प्रदर्शन किया
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व्यापारियों ने सरकार से स्थाई पानी की निकासी व्यवस्था करने तथा जलभराव से हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की।

Charkhi Dadri News : दादरी शहर में पिछले एक महीनों से जलभराव के विरोध व जिला को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर व्यापारियों ने मंगलवार को बाजार बंद रखें। शहर में निरंतर जलभराव के विरोध में व्यापारी व सामाजिक संगठन सड़कों पर उतरे तथा सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने सरकार से स्थाई पानी की निकासी व्यवस्था करने तथा जलभराव से हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की।

उल्लेखनीय है कि पिछले एक महीने से दादरी शहर जलभराव का दंश झेल रहा है। कल तक शहर के मुख्य बाजारों में भी 2 से 3 फुट पानी जमा था। एक महीने बाद भी प्रशासन पानी की निकासी का स्थाई समाधान नहीं निकाल पाया और ना ही सरकार ने इस तरफ ध्यान दिया। जलभराव के कारण बाजार पूरी तरह से बंद रहे तथा दुकानों में रखा सामान खराब हो गया। व्यापारी व आम नागरिक प्रशासन व सरकार से पानी निकासी की गुहार लगाते रहे, लेकिन पिछले एक महीने में प्रशासन केवल पानी निकासी के नाम पर खानापूर्ति करता रहा। रविवार तक भी शहर के मुख्य बाजारों में पानी खड़ा था।

मंगलवार को शहर के व्यापारी व सामाजिक संगठनों ने व्यापार मंडल के आह्वान पर शटर डाउन कर दिया। शहर में एक भी दुकान नहीं खुली। व्यापारी नेता रविंद्र गुप्ता ने कहा कि मानसून आगमन के साथ ही पिछले महीने शहर में जलभराव हुआ था। शहर के लगभग प्रत्येक बाजार में 2 से 3 फुट पानी खड़ा होने से कामकाज पूरी तरह से बाधित रहा। एक सप्ताह तक दुकानें बंद रही। मगर प्रशासन ने पानी निकासी को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। जिसकी वजह से व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस महीने भी पिछले 10 दिन से दादरी के मुख्य बाजार जलभराव के कारण बंद है। प्रशासन व सरकार केवल पानी निकासी के नाम पर खानापूर्ति करती रही। प्रशासन के पास ना तो पानी निकासी के लिए पुख्ता उपकरण और ना ही पानी निकाले के लिए जगह चयन कर पाया। पिछले कुछ सालों से सीसीआई सीमेंट फैक्ट्री में शहर का पानी डाला जाता था, लेकिन यह पानी गांधीनगर में घुसने के कारण प्रशासन के पास निकासी का दूसरा कोई भी विकल्प नहीं बचा। जबकि महीनों पहले इसके लिए तैयारी करनी चाहिए थी।

ये रखी मांगें

व्यापारियों ने कहा कि दादरी शहर व ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात बने हैं। व्यापारियों व किसानों को जलभराव के कारण नुकसान उठाना पड़ा है लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार ने दादरी जिला को बाढ़ ग्रस्त घोषित नहीं किया। व्यापारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दादरी जिला को बाढ़ ग्रस्त घोषित किया जाए और नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिया जाए। दादरी शहर से पानी निकासी के लिए स्थाई प्रबंध किए जाएं।

पूर्व मंत्री ने किया समर्थन

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने व्यापारियों का समर्थन करते हुए कहा कि वह पिछले एक महीने से सरकार को लगातार पत्र लिखकर व दूरभाष पर शहर के हालातों के बारे में जानकारी दे रही हैं, लेकिन गठबंधन सरकार का कोई भी नेता दादरी जिले को लेकर गंभीर नहीं है और ना ही यहां के लोगों की परेशानियों से उनको कोई सरोकार है।

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