दादरी का लाल आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, 18 महीने पहले हुई थी शादी

दादरी का लाल आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, 18 महीने पहले हुई थी शादी
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भूपेंद्र की शहीद होने की सूचना से गांव बास (रानीला) में गमगीन माहौल है। भूपेंद्र का जन्म 3 मार्च 1997 को हुआ। 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के बाद भूपेंद्र 26 दिसंबर 2015 को सेना में भर्ती हुआ था।

चरखी दादरी। गांव बास (रानीला) निवासी जवान भूपेंद्र सीमा पर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। भूपेंद्र श्रीनगर के बारामूला सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया। भूपेंद्र की शहीद होने की सूचना से गांव में गमगीन माहौल है।

गांव बास निवासी भूपेंद्र का जन्म 3 मार्च 1997 को हुआ। 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के बाद भूपेंद्र 26 दिसंबर 2015 को सेना में भर्ती हो गया। शहीद जवान की उम्र महज 24 साल थी और करीब 18 महीने पहले ही शादी हुई थी। शहीद के घर पर एक 7 महीने का बेटा है। परिजनों ने बताया कि साल 2015 में भूपेंद्र ने भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। अब पिछले साल ही शादी हुई थी। भूपेंद्र का छोटा भाई भी सेना की भर्ती देख रहा है।

गांव बास (रानीला) के किसान मलखान सिंह का बेटा भूपेंद्र सिंह (22 साल) जम्मू-कश्मीर में नौगाव फारवर्ड पोस्ट पर तैनात था। आतंकवादियों ने सेना की चेक पोस्ट को मोर्टार दागा, जिसमें भूपेंद्र सहित 3 जवान शहीद हो गए। गांव में शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

आपको बता दें कि बारामुला सेक्टर में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई थी जिसमें एक जवान शहीद हुआ था जबकि दो जवान घायल हुए थे। सोमवार को दिल्ली फ्लाइट से पार्थिक शरीर भेजा जाएगा। सेना के जवान दिल्ली से पार्थिव शरीर को गांव लेकर आएंगे।

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