DAP खाद की मारामरी : निजामपुर पैक्स पर पुलिस की मौजूदगी में वितरित की खाद

DAP खाद की मारामरी : निजामपुर पैक्स पर पुलिस की मौजूदगी में वितरित की खाद
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डीएपी खाद के पैक्स कार्यालय पर 600 बैग ही रात्रि को पहुंचे थे, लेकिन किसानों की संख्या ज्यादा थी तथा उन्हें नियंत्रित करना भी मुश्किल हो रहा था, जिस कारण पुलिस सहायता लेनी पड़ी। पुलिस की मौजूदगी में किसानों को खाद वितरित की गई।

Narnaul : डीएपी खाद के लिए जिले के किसान मारे-मारे फिर रहे हैं। सोमवार प्रात: जैसे ही नलवाटी क्षेत्र के किसानों को खाद आने की सूचना मिली, वह निजामपुर में बने पैक्स कार्यालय की तरफ दौड़ पड़े। हालांकि किसानों को देखकर पैक्स कर्मचारियाें ने उन्हें लाइन में लगने की हिदायत दी, लेकिन हर किसी में खाद से वंचित न रहने की लालसा थी। कुछ देर बाद कर्मचारियों ने पैक्स के खातेधारी किसानों को ही खाद देने की बात कही, जिससे अन्य किसान आक्रोशित हो गए। इस पर पुलिस की सहायता ली गई।

गौरतलब है कि डीएपी के लिए मारामारी समूचे इलाके में चल रही है। निजामपुर पैक्स की बात करें तो किसानों को जहां कहीं भी खाद उपलब्ध होने की सूचना मिलती है तो वे दौड़े चले जाते हैं। खाद के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी रहती है। जहां पुरुष व महिलाएं अपने छोटे बच्चों के साथ घंटों लाइनों में लग रही हैं और धक्का-मुक्की सहन करने का मजबूर हो रही हैं। ऐसा ही नजारा सोमवार को नारनौल रोड़ निजामपुर डीएपी खाद के खरीद केंद्र पर देखने को मिला। जहां डीएपी खाद उपलब्ध होने की सूचना पर सुबह ही किसानों की लंबी लाइन लग गई थी। जहां हर किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। एक लाइन में पुरुष खड़े थे तो दूसरी में महिलाएं। सभी को खाद के लिए घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ा। इसके बावजूद बगैर खातेधार किसानों को खाली हाथ वापस मायूस होकर लौटना पड़ा। शुक्रवार रात को निजामपुर पैक्स में 600 बैग डीएपी खाद पहुंचा था। जहां शनिवार व रविवार को छुट्टी होने पर सोमवार को खाद वितरित की गई, लेकिन किसानों की भीड़ के आगे यह खाद की उपलब्धता ऊंट के मुंह में जीरे समान सिद्ध हुई।

बिजाई में हो रही मुश्किलें

सुबह से ही खाद के लिए किसान लाइन में लगे हुए थे। घंटों लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिली तो किसानों ने कहा कि अब उनकी बिजाई पर मुश्किलों के बादल मंडराने लगे हैं। अक्टूबर माह की शुरूआत दौर के 10 से 15 तारीख को सरसों की बिजाई की जाती है, लेकिन इस बार डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो पाया। इसलिए काफी किसान अभी तक सरसों की बिजाई नहीं कर पाए हैं। किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर देरी से सरसों की बिजाई करते हैं तो इसका पैदावार पर भी प्रभाव पढ़ेगा। समय से बिजाई नहीं होने के कारण सरसों की पैदावार घटेगी और इसका किसानों को खामियाजा उठाना पड़ेगा।

सुबह 6 बजे से लाइन में लगे किसान

गांव पवेरा निवासी ओमवीर, नारेहड़ी से ओमप्रकाश, मारोली से बिसंभर आदि ने बताया कि वह डीएपी खाद लेने के लिए सुबह करीब 6 बजे निजामपुर पैक्स पर पहुंचकर लाइन में लग गए थे, लेकिन दोपहर बाद तक खाद नहीं मिली। अब कह रहे हैं कि खाद उसी किसान को मिलेगा, जो पैक्स का खातेधारी होगा। दोबारा से खाद के लिए आना होगा। केवल दो बैग डीएपी खाद के लिए हर रोज चक्कर काटने पड़ रहे हैं। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डीएपी खाद नहीं मिलने के कारण सरसों की बिजाई भी समय से नहीं हो पा रही।

किसानों ने पैक्स कर्मचारियों पर लगाया आरोप

खाद लेने के लिए पैक्स पर पहुंचे किसानों ने आरोप लगाया कि पैक्स के कर्मचारी खाद की सही जानकारी नहीं दे रहे। एक कर्मचारी 300 बैग आने तो दूसरा कर्मचार 500 बैग डीएपी पहुंचने की बात कह रहा है। उनका कहना था कि पैक्स कर्मचारियों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है।

दो बैग के साथ एक नैनो यूरिया भी अनिवार्य

उक्त किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पैक्स कर्मचारियांे द्वारा किसानों को दो खाद डीएपी बैग के साथ एक नैनो यूरिया भी जबरदस्ती दी जा रही है। जो किसानो की मर्जी के खिलाफ है। इसको लेकर पैक्स पर पंहुचे किसानों ने सरकार के प्रति विरोध भी जताया।

नारनौल नहीं आया डीएपी खाद

एक तरफ सरसों की बिजाई के लिए डीएपी खाद की किसानों को सख्त आवश्यकता है, वहीं इस खाद की कमी बनी हुई है। सोमवार को भी नारनौल अनाज मंडी स्थित कोआप्रेटिव सोसायटी कार्यालय पर डीएपी खाद नहीं पहुंचा। इस कारण कार्यालय पर ताला लटका रहा और नोटिस भी चस्पा रहा। बता दें कि सोसायटी के इस कार्यालय पर पिछले सोमवार तथा उसके बाद शुक्रवार को ही डीएपी खाद वितरित किया गया था। आठ-दस दिनों से जरूरत बढ़ी है और खाद की आपूर्ति घटी है। इससे किसान परेशान हैं। सोसायटी के मैनेजर रोशनलाल यादव ने बताया कि पहले डीएपी खाद की कोई कमी नहीं थी। अब एक सप्ताह से दिक्कत आई है। सोमवार को जहां 500 बैग बांटे थे, वहीं शुक्रवार को 600 बैग किसानों को दिए गए। अब भी और डीएपी आने की उम्मीद है। डीएपी ही नहीं, यूरिया भी मंगवाया गया है।

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