कमर्शियल वाहन बेचने वाले डीलर को मिलेंगे वाहन फिटनेस पासिंग सेंटर

कमर्शियल वाहन बेचने वाले डीलर को मिलेंगे वाहन फिटनेस पासिंग सेंटर
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क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने नई योजना के तहत डीलर से एप्लीकेशन मांगे हैं, जिसके तहत डीलर खुद फिटनेस पासिंग सेेंटर चलाने की अनुमति ले सकते हैं। इससे न केवल आरटीए में पासिंग के लिए आने वाले वाहनों की भीड़ कम होगी बल्कि ग्राहकों को भी ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।

विजय अहलावत : रोहतक

प्रदेश में कमर्शियल वाहन बेचने वाले डीलर के लिए अच्छी खबर है। अब उनके द्वारा बेचे गए वाहनों को वह खुद ही अपने फिटनेस पासिंग सेंटर में पास कर सकेंगे। इसके लिए ग्राहकों को भी आरटीए के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने नई योजना के तहत डीलर से एप्लीकेशन मांगे हैं, जिसके तहत डीलर खुद फिटनेस पासिंग सेेंटर चलाने की अनुमति ले सकते हैं। इससे न केवल आरटीए में पासिंग के लिए आने वाले वाहनों की भीड़ कम होगी बल्कि ग्राहकों को भी ज्यादा परेशानी नहीं आएगी। उन्हें एक ही जगह से नए वाहन खरीदने के दौरान फिटनेस प्रमाण पत्र मिल जाएगा। इसके लिए डीलर की फीस भी निर्धारित की गई है। सभी जिलों में डीलर को योजना के बारे में जानकारी दी गई है। इस सप्ताह से डीलर के आवेदन मिलने शुरू हो गए हैं। तीन डीलर ने फिटनेस सेंटर खोलने के लिए अनुमति मांगी है। सरकार द्वारा तय नियमों के तहत डीलर के पास एक एकड़ जगह और ट्रेंड स्टाफ का होना जरूरी है।

पांच जिलों के वाहनों की होती है फिटनेस जांच : आरटीए के फिटनेस पासिंग सेंटर में पांच जिलों के वाहनों की पासिंग की जाती है। सोमवार को जींद के वाहनों की पासिंग होती है। मंगलवार को झज्जर, बुधवार को रोहतक, वीरवार को सोनीपत, शुक्रवार को पानीपत के वाहनों की फिटनेंस जांच की जाती है। इसके अलावा शनिवार को हर जिले की बची हुई गाड़ियों की पासिंग होती है। यहां भीड़ कम करने के लिए ही प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया है।

ये कम्पनियांं बनाती हैं कमर्शियल वाहन : टाटा मोटर, अशोक लीलेंड, महेंद्रा, आइसर, स्वराज माजदा, एएमडब्ल्यू, हिंदुस्तान मोटर, भारत बेंज समेत कई कम्पनियां कमर्शियल वाहन बनाती हैं। इन कम्पनियों से एप्लीकेशन मांगे गए हैं। यह कम्पनियां अलग अलग जिलों में पासिंग सेंटर खोल सकेंगी। किसी ने सोनीपत से वाहन खरीदा है तो उसके वाहन की फिटनेस जांच सोनीपत में ही हो जाएंगी और उन्हें पहले की तरह रोहतक सेंटर नहीं आना होगा।

यह है नियम : वाहन डीलर के पास एक एकड़ की जगह होनी चाहिए। इसके अलावा उसके पास ट्रेंड स्टाफ होना चाहिए। वह आरटीए में एप्लीकेशन से आवेदन कर सकता है। प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम द्वारा सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसमें मापदंंड पूरे पाए गए तो पासिंग सेंटर की अनुमति दी जाएगी। डीलर को एक वाहन की पासिंग मेनुअल करने के लिए छह सौ रुपये मिलेंगे, किसी ऑटोमेटिक मशीन से काम करने पर आठ सौ रुपये मिलेंगे। वाहन की पासिंग के बाद प्रमाण पत्र वाहन पोेर्टल पर अपलोड करना होगा।

पूरे मापदंंड सही पाए जाने पर दी जाएगी अनुमति

सभी कमर्शियल वाहन बेचने वाले डीलर से एप्लीकेशन मांगे गए हैं। उनके पास एक एकड़ जगह और ट्रेंड स्टाफ होना चाहिए। सर्वेक्षण करने के बाद पूरे मापदंंड सही पाए जाने पर अनुमति दी जाएगी। जिसके बाद वह अपनी कम्पनी के वाहनों की पासिंग खुद कर सकेंगे, इसके लिए आरटीए ऑफिस नहीं आना पड़ेगा। इसके अलावा आरटीए में फिटनेस पासिंग सेंटर भी चलता रहेगा। -डॉ. संदीप गोयत, सचिव आरटीए

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