Ambedkar Jayanti : कुंडली बॉर्डर पर बैठक में लिया निर्णय, सीएम व डिप्टी सीएम को गांव में नहीं घुसने देंगे

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
सोनीपत में राई ब्लॉक के गांव बड़ौली में 14 अप्रैल को डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती (Ambedkar Jayanti) पर होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम पर संकट के बादल छा गए हैं, क्योंकि आंतिल चौबीसी खाप ने बैठक कर निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) को गांव में घुसने तक नहीं दिया जाएगा। कुंडली बॉर्डर पर करीब चार घंटे तक चली आंतिल खाप की बैठक में संयुक्त मोर्चा के किसान नेता डा. दर्शनपाल, राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव व बलबीर सिंह दल्लेवाल के अलावा खाप प्रमुख हवा सिंह आंतिल के नेतृत्व में खाप के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सभी ने एक मत से निर्णय लिया है कि कार्यक्रम का विरोध किया जाएगा, इसके लिए पूरे राई हल्के के किसान मोर्चा संभालेंगे। आंतिल चौबिसी खाप के इस निर्णय को संयुक्त किसान मोर्चा ने भी अपना पूर्ण समर्थन दिया है।
बता दें कि 14 अप्रैल को संविधान निमार्ता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती है। इस अवसर पर सरकार ने सोनीपत के राई हल्के में विधायक मोहनलाल के गांव बड़ौली में प्रदेशस्तरीय कार्यक्रम रखा है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। जबकि अन्य जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा। वहीं दूसरी तरफ इसी दिन कैथल में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला मौजूद रहेंगे। 3 कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर धरनारत किसानों ने बडौली व कैथल के कार्यक्रम का विरोध करने का निर्णय लिया है। इसी विरोध को लेकर आंतिल चौबीसी खाप ने कुंडली बार्डर पर खाप के धरने पर रविवार को पंचायत बुलाई, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम का नहीं, केवल सीएम व डिप्टी सीएम का विरोध
बैठक में कहा गया है कि बड़ौली में आयोजित सीएम के कार्यक्रम का पूर्ण विरोध करेंगे, वहीं इसी दिन कैथल में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी नहीं घुसने दिया जाएगा। खाप ने संयुक्त मोर्चा के नेताओं के साथ हुई बैठक में स्पष्ट किया कि वे बाबा साहेब के कार्यक्रम का विरोध नहीं करेंगे, केवल मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे। बैठक में कहा गया कि यदि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को छोड़कर अन्य कोई भी नेता या अधिकारी बाबा साहेब के कार्यक्रम में भाग लेता है तो उसका विरोध नहीं किया जाएगा।
राकेश टिकैत बोले-कृषि कानून रद्द होने तक जारी रहेगा आंदोलन
खाप के धरने पर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के उस बयान का करारा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन खत्म करें तो सरकार वार्ता के लिए तैयार है। इसके जवाब में टिकैत ने कहा कि तोमर कोई मोर्चा के सलाहकार थोड़े ही है, जो सलाह देंगे। किसान आंदोलन किसी सूरत में खत्म नहीं होगा। कृषि कानून रद्द होने तक किसान आंदोलन बदस्तूर चलेगा। यह शाहीन बाग नहीं है, बल्कि किसान आंदोलन है। सरकार हल्के में लेने की भूल ना करे। टिकैत ने यह भी कहा कि सीएम के कार्यक्रम के लिए बनाए गए हैलीपेड को किसान खोद देंगे और उसकी ईंटों से धरनास्थल पर किसान मकान बनाएंगे।
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