सांसद दीपेंद्र का केंद्र सरकार पर हमला : वोट बैंक खिसकता देख मोदी ने वापस लिए कृषि कानून

सांसद दीपेंद्र का केंद्र सरकार पर हमला : वोट बैंक खिसकता देख मोदी ने वापस लिए कृषि कानून
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सांसद ने कहा कि खेती बचाने के संघर्ष 700 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। बावजूद सरकार का दिल नहीं पसीजा, उल्टा किसानों पर लाठी चलाने, मुकदमें दर्ज व मंत्री के पुत्र द्वारा असहाय किसानों को गाड़ियों से कुचला गया है।

हरिभूमि न्यूज : नांगल चौधरी

राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा सरकार पर अवसरवादिता को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पुंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए तीन काले कृषि कानून बनाए थे। इन कानूनों में स्टॉक लिमिट के मापदंडों को खत्म कर दिया था। पुंजीपति वर्ग अपनी सुविधानुसार माल का स्टॉक करने के अलावा मनमर्जी भावों में बेच सकते थे। मंडियों को खत्म करने का प्रयास किया गया था। जिससे व्यापारियों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ता। कांग्रेस ने लोकसभा व राज्यसभा में कृषि बिल का जमकर विरोध किया।

किंतु सत्ता के नशे में चूर प्रधानमंत्री ने जनता के हितों को किनारे कर दिया। जिससे आक्रोशित किसान बीते 14 महीने से दिल्ली के चारों ओर बार्डरों पर डटे हुए हैं। खेती बचाने के संघर्ष 700 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। बावजूद सरकार का दिल नहीं पसीजा, उल्टा किसानों पर लाठी चलाने, मुकदमें दर्ज व मंत्री के पुत्र द्वारा असहाय किसानों को गाड़ियों से कुचला गया। जिससे पूरे देश की जनता में आक्रोश बना हुआ है। अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसमें भाजपा को वोट बैंक खिसकता दिखाई देने लगा है। प्रधानमंत्री ने आनन-फानन में तीनों काले कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी। ऐसे में सरकार की तानाशाही और जनविरोधी नीतियां उजागर हो गई हैं। इसके बाद उन्होंने यूथ कार्यकर्ताओं को जनसंपर्क अभियान के दिशा-निर्देश दिए हैं।

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