यूरिया खाद की डिमांड बढ़ी : कृषि विभाग हुआ अलर्ट, कालाबाजारी रोकने के लिए टीमों का गठन

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
जिले में खरीफ सीजन की शुरूआत होने वाली हैं। धान की रोपाई से पहले ही यूरिया खाद की डिमांड बढ़ने लगी हैं। मई माह में जिले में यूरिया खाद की डिमांड 6 हजार मीट्रिक टन तक पहुंच गई है। वहीं डिमांड को कंट्रोल करने के लिए कृषि विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है। खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए विभाग ने एक तरफ जहां निरीक्षण के लिए टीमों का गठन किया है, वहीं दूसरी तरफ किसानों को भी पक्के बिल पर खाद खरीदने के लिए जागरूक करने का फैसला किया है। ताकि किसानों को समय पर खाद मुहैया हो सके व कालाबाजारी को रोका जा सके।
बता दें कि रबी सीजन की फसलों की कटाई व कढ़ाई का काम पूरा हो चुका है। मई माह की शुरूआत के साथ ही किसानों खरीफ सीजन की फसलों की बिजाई का काम शुरू कर दिया है। जिले में किसान कपास, ज्वार, ढैचा, मूंग सहित विभिन्न प्रकार की सब्जियों की बिजाई का काम शुरू कर दिया गया है। जिसके कारण डिमांड 6 हजार मीट्रिक टन तक बढ़ गई है। वहीं किसानों को खाद की किल्लत न झेलनी पड़े, इसके लिए कृषि विभाग ने मुख्यालय 49 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की डिमांड भेजी है। जिसके अंतर्गत अब तक मई माह में पांच हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद सोनीपत व गोहाना में पहुंच चुका है। मई माह के बाद जून माह में खाद की डिमांड 15 हजार मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगी, क्योंकि जून माह में धान की रोपाई प्रक्रिया शुरू हो जाती है। वहीं जुलाई माह के लिए कृषि विभाग ने मुख्यालय में 14 हजार मीट्रिक टन की डिमांड भेजी है। अगस्त माह में यूरिया की डिमांड 8 हजार मीट्रिक टन व सितम्बर माह में करीब 6 हजार मीट्रिक टन यूरिया की डिमांड होती है।
जिले में यूरिया खाद की डिमांड को पूरा करने के लिए विभाग हर संभव प्रयासरत हैं। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े उसके लिए जरूरी व कारगर कदम उठाएं जा रहे है। मुख्यालय में 49 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की डिमांड भेजी गई है। मई माह में डिमांड 6 हजार मीट्रिक टन की है। इसमें से अब तक 5 हजार मीट्रिक टन खाद सोनीपत पहुंच चुका है - अनिल सहरावत, जिला कृषि अधिकारी सोनीपत।
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